भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी प्रशांत कुमार भारत के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के कार्यवाहक पुलिस निदेशक बनाये गये हैं. आईपीएस अधिकारी हितेश चंद्र अवस्थी के आज (30 जून 2021) रिटायर होने पर उनकी जगह प्रशांत कुमार को कार्यवाहक डीजीपी बनाया गया. प्रशांत कुमार अतिरिक्त महानिदेशक (क़ानून व्यवस्था) हैं और जब तक श्री अवस्थी के उत्तराधिकारी के तौर पर महानिदेशक के पद के लिए सरकार किसी अन्य आईपीएस अधिकारी का नाम तय नहीं करती, तब तक श्री कुमार ही राज्य के पुलिस मुखिया का काम सम्भालेंगे. वैसे महानिदेशक के ओहदे की दौड़ में तीन आईपीएस अधिकारियों नासिर कमाल, मुकुल गोयल और आरपी सिंह के नाम लिए जा रहे हैं लेकिन मुकुल गोयल की दावेदारी ज्यादा पुख्ता मानी जा रही है.
पुलिस अधिकारी के तौर पर श्री अवस्थी ने 36 साल काम किया. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आईपीएस अधिकारी एचसी अवस्थी के कार्यकाल की तारीफ करते हुए कहा कि आईपीएस अधिकारी के रूप में उन्होंने अपनी लम्बी सेवावधि के दौरान एक अच्छे और तेज़ तर्रार अफसर के तौर पर देश और प्रदेश की सेवा की है.
श्री अवस्थी के रिटायर होने की तिथि तय होने के बावजूद आज सुबह तक सरकार ये घोषित नहीं कर पाई थी कि, जनसंख्या के हिसाब से देश का सबसे बड़े राज्य की पुलिस का नेतृत्व किसे सौंपा जाये और किसे श्री अवस्थी का उत्तराधिकारी बनाया जाए. सुबह तक चर्चा ये ज़रूर थी कि श्री अवस्थी के बाद मुकुल गोयल को यूपी पुलिस के महानिदेशक की कुर्सी सौंपी जाएगी. श्री गोयल भारतीय पुलिस सेवा के उत्तर प्रदेश कैडर के 1987 के अधिकारी हैं. मंगलवार शाम को उनकी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लखनऊ में हुई मुलाक़ात को इसी नजरिये से देखा भी जा रहा है.
मुकुल गोयल वर्तमान में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) में अतिरिक्त महानिदेशक हैं और पूर्व में उत्तर प्रदेश पुलिस में एडीजी (क़ानून व्यवस्था) के पद पर भी रहे हैं. उनके अलावा यूपी पुलिस के महानिदेशक के ओहदे के लिए 1987 बैच के आरपी सिंह का भी नाम एक पात्र के तौर पर लिया गया है जो वर्तमान में एडीजीपी (ईओडब्ल्यू) हैं. वैसे वरिष्ठता के क्रम से 1986 बैच के आईपीएस अधिकारी नासिर कमाल का नाम महानिदेशक के ओहदे की दौड़ में अव्वल नम्बर पर आता है. वह केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति पर हैं.