भारतीय पुलिस सेवा के अरुणाचल प्रदेश-गोवा-मिजोरम-संघ शासित क्षेत्र (AGMUT – एजीएमयूटी) कैडर के 1985 के अधिकारी सच्चिदानन्द श्रीवास्तव (एसएन श्रीवास्तव) पहली मार्च से दिल्ली पुलिस की कमान सम्भालेंगे लेकिन ये उनका अतिरिक्त कार्यभार होगा. हालाँकि उम्मीद यही की जा रही है 29 फरवरी को वर्तमान पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक की विदाई के बाद श्री श्रीवास्तव को पूर्ण रूपेण पुलिस आयुक्त बना दिया जाएगा.
उल्लेखनीय है कि नागरिकता संशोधन कानून पर राजधानी में बने हिंसक हालात के बीच सच्चिदानन्द श्रीवास्तव को विशेष पुलिस आयुक्त (क़ानून व्यवस्था) की ज़िम्मेदारी दी गई थी.
गृह मंत्रालय के ताज़ा आदेश में कहा गया है कि एसएन श्रीवास्तव 29 फरवरी से दिल्ली पुलिस के कमिश्नर का अतिरिक्त कार्यभार देखेंगे जब तक कि नया आदेश नहीं आता.
दिल्ली पुलिस के वर्तमान आयुक्त अमूल्य पटनायक भी एजीएमयूटी कैडर के 1985 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और इसी महीने सेवा विस्तार की समाप्ति के बाद उन्हें रिटायर होना है. समझा जा रहा है कि उनकी रुखसती के बाद देश की राजधानी की पुलिस की कमान सच्चिदानन्द श्रीवास्तव को सौंपी जायेगी. ऐसे हालात में आईपीएस अधिकारी सच्चिदानन्द श्रीवास्तव के लिए दिल्ली के हालात चुनौती और परीक्षा की घड़ी साबित होंगे.
सच्चिदानन्द श्रीवास्तव को पिछले दिनों केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) से अचानक सेवामुक्त किया गया जहां वो विशेष महानिदेशक (प्रशिक्षण) के पद पर थे. उम्मीद की जा रही थी कि दिल्ली पुलिस में उनकी वापसी श्री पटनायक की विदाई परेड के वक्त होगी.
दिल्ली में जिला और मुख्यालय स्तर पर विभिन्न अहम ओहदों पर काम चुके स्पेशल कमिश्नर सच्चिदानन्द श्रीवास्तव अनुभवी अधिकारी होने के साथ साथ दिल्ली, इसके हालात और यहाँ की पुलिस व्यवस्था से बखूबी परिचित हैं. सीआरपीएफ मुख्यालय में तैनाती से पहले सच्चिदानन्द श्रीवास्तव सीआरपीएफ में जम्मू कश्मीर के प्रभारी थे. दिल्ली में वे लम्बे समय तक उत्तरी और मध्य जिलों में तैनाती के अलावा मुख्यालय में और अन्य पदों पर काम करने का अनुभव रखते हैं.