दिल्ली में पुलिस के खिलाफ शिकायतें सुनने के लिये अधिसूचित किये गये पुलिस शिकायत अधिकरण (पुलिस कम्प्लेंट अथॉरिटी-police complaint authority) के तीनों सदस्यों का चयन कर लिया गया है. इनमें भारतीय पुलिस सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारी (आईपीएस) पी कामराज, भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) की सेवानिवृत्त अधिकारी नूतन गुहा बिस्वास और वकील टीनू बाजवा शामिल हैं. अधिकरण के चेयरमैन हाई कोर्ट के रिटायर जज होंगे जिनकी नियुक्ति के बारे में अभी पता नहीं चल सका.
इस साल के पहले महीने में पुलिस कम्प्लेंट अथॉरिटी बनाने की अधिसूचना जारी होने के बावजूद इस अहम संस्था के गठन में लगभग पूरा साल लग गया. अभी भी ये प्रक्रिया पूरी होनी शेष है. असल में प्रक्रिया शुरू के दौरान सदस्यों की रिक्तियों के लिए आवेदन का विज्ञापन जारी होने के बाद ही मामला अदालत में पहुंच गया था. अदालत में दायर याचिका में इस प्रक्रिया पर ऐतराज़ करते हुए दिल्ली से आम आदमी पार्टी के विधायक संजय झा ने कहा था कि मामले पर दिल्ली के उपराज्यपाल ने बिना राज्य की मंत्रिपरिषद की सलाह लिए निर्णय लिया है.
फिलहाल स्थिति ये है कि मंगलवार की शाम पुलिस कम्प्लेंट अथॉरिटी के सदस्यों के नाम उपराज्यपाल अनिल बैजल ने तय कर लिए. इनमें यूटी कैडर के आईपीएस पी कामराज वह अधिकारी हैं जो पिछले साल दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त (स्पेशल पुलिस कमिश्नर) के ओहदे से रिटायर हुए हैं. दक्षिण दिल्ली जैसे अहम जिले में तैनाती से लेकर रेंज और दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा के संयुक्त आयुक्त जैसे ओहदों पर रहे पी कामराज एक ‘लो प्रोफाइल स्टाइल ‘ वाले अधिकारी माने जाते हैं.
वहीँ नूतन गुहा बिस्वास यूटी कैडर के 1983 बैच की आईएएस अधिकारी हैं. सुश्री बिस्वास इनलैंड वाटरवे अथॉरिटी आफ इंडिया (IWAI ) की अध्यक्ष रही हैं. इस ओहदे पर पहुँचने वाली वह दूसरी महिला अधिकारी हैं. तीसरे सदस्य टीनू बाजवा वकील हैं जो 1993 से प्रैक्टिस कर रहे हैं.