पाकिस्तान के साथ 1999 में हुए करगिल युद्ध के हीरो रहे लेफ्टिनेंट जनरल योगेश कुमार जोशी को भारतीय थल सेना की उत्तरी कमांड का कमांडर नियुक्त किया गया है. लेफ्टिनेंट जनरल जोशी 31 जनवरी को रिटायर होने वाले लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह की जगह लेंगे. जनरल जोशी अभी उत्तरी कमांड में चीफ ऑफ़ स्टाफ हैं और 1 फरवरी को यहाँ के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ (GOC -in -C) का कार्यभार सम्भालेंगे.
जनरल जोशी को करगिल युद्ध के समय लेफ्टिनेंट कर्नल बनाया गया था और वीर चक्र से सम्मानित किया गया था. उन्हें तब जम्मू कश्मीर रायफल्स की 13 वीं बटालियन की अगुआई सौंपी गई थी. लेफ्टिनेंट जनरल जोशी के नेतृत्व में यूनिट ने प्वाइंट 5140 और प्वाइंट 4875 को दुश्मन से खाली करवाकर अपना कब्ज़ा वापस लिया.
प्वाइंट 4875 को अब बतरा टॉप कहा जाता है. ये नाम उन्ही कैप्टन विक्रम बतरा के नाम पर रखा गया है जिन्होंने इस युद्ध में शहादत पाई थी और उन्हें परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया था. 13 JAK रायफल्स को ‘वीरों में वीर’ का खिताब दिया गया था. करगिल युद्ध के दौरान इस बटालियन को दो परमवीर चक्र समेत को 7 गैलेंटरी मेडल से सम्मानित किया गया था. कैप्टन बतरा और रायफलमैन संजय कुमार भी तब जनरल जोशी की अगुआई में कार्रवाई कर रहे थे. संजय कुमार को भी परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया था जो अभी सूबेदार हैं.
लेफ्टिनेंट जनरल एस के सैनी उप प्रमुख :
वहीं दक्षिण कमांड सम्भाल रहे लेफ्टिनेंट जनरल एस के सैनी थल सेना के उप प्रमुख नियुक्त किये गये हैं. जनरल मनोज मुकुंद नरवणे के सेनाध्यक्ष बनाये जाने के बाद से ये ओहदा खाली था. लेफ्टिनेंट जनरल एस के सैनी की जगह पर अब लेफ्टिनेंट जनरल सी पी मोहंती को दक्षिण कमांड की कमान सौंपी गई है. जनरल मोहंती को पाकिस्तान और चीन बॉर्डर पर ऑपरेशंस का लम्बा अनुभव होने के साथ साथ असम में घुसपैठ निरोधक कार्रवाइयों का भी तजुर्बा है.