भारतीय पुलिस सेवा की अधिकारी लक्ष्मी सिंह उत्तर प्रदेश की पहली ऐसी महिला पुलिस अफसर हैं जिन्हें पुलिस कमिश्नर के तौर पर तैनात किया गया है. यूपी कैडर की आईपीएस लक्ष्मी सिंह अभी तक लखनऊ रेंज की पुलिस महानिरीक्षक के पद पर थीं. अब यूपी में पुलिस अफसरों के ताज़ा तबादलों की लिस्ट के मुताबिक़ आईपीएस लक्ष्मी सिंह को नोएडा का पुलिस कमिश्नर बनाया गया है. 48 वर्षीय आईपीएस लक्ष्मी सिंह 2000 बैच की आईपीएस हैं. उनको आलोक सिंह की जगह नोएडा का पुलिस कमिश्नर तैनात किया गया है. वे भारतीय जनता पार्टी के विधायक राजेश्वर सिंह की पत्नी है. राजेश्वर सिंह लखनऊ के सरोजनी नगर क्षेत्र से एमएलए हैं. वे प्रवर्तन निदेशालय (ED ) के पूर्व अधिकारी हैं.
यूपी सरकार की तरफ से सोमवार देर रात पुलिस अफसरों के तबादलों के जारी आदेशों के मुताबिक़ जिन 16 आईपीएस अफसरों के ट्रांसफर किये गए हैं उनमें आईपीएस लक्ष्मी सिंह का भी नाम है. नए तबादला आदेश के तहत वाराणसी, आगरा और प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर के ओहदों पर तैनात अधिकारी भी बदले गए हैं. नोएडा में कमिश्नर के ओहदे से हटाए गए आलोक सिंह 1995 बैच के आईपीएस हैं और उनको राजधानी लखनऊ स्थित पुलिस मुख्यालय में अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजीपी) तैनात किया गया है.
यूपी में पुलिस आयुक्त (police commissionerates ) की शुरुआत साल 2020 में की गई. तब से अब तक यहां 7 कमिश्नरेट बनाए गए. ये पहला मौका है जब लक्ष्मी सिंह के रूप में किसी महिला को यहां कमिश्नर बनाया गया हो.
संघ लोक सेवा आयोग ( यूपीएससी – upsc ) की परीक्षा में पास हुई महिलाओं में लक्ष्मी सिंह अव्वल नम्बर तो थीं ही उन्होंने आल इंडिया में 33 वां रैंक हासिल किया था. हैदराबाद स्थित सरदार वल्लभभाई राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में ट्रेनिंग पूरी होने के बाद पासिंग आउट परेड में उनको सर्वश्रेष्ट प्रशिक्षु घोषित किया था. ट्रेनिंग के दौरान आईपीएस लक्ष्मी सिंह को पीएम सिल्वर बेशन ( PM silver Bation ) और गृह मंत्री की पिस्तौल से सम्मानित किया गया था. बीते साल उनको उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के सेवा में उत्कृष्टता के मेडल से सम्मानित किया गया था.
विज्ञान की छात्रा रहीं लक्ष्मी सिंह ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बी टेक किया है. एसएसपी के तौर पर उनकी पहली पोस्टिंग 2004 में हुई थी. 2013 में लक्ष्मी सिंह पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) बनीं और 2018 में तरक्की देकर उनको आईजी बनाया गया था.
आईपीएस लक्ष्मी सिंह 2018 के पहले तीन महीनों के दौरान गौतम बुद्ध नगर में स्पेशल टास्क फ़ोर्स (stf) में तैनात रही हैं. यहां वे पहले डीआईजी थीं और इसी दौरान तरक्की पाकर आईजी बनीं थीं.