लेफ्टिनेंट जनरल नव के खंडूरी (Lieutenant General Nav K Khanduri) भारतीय थल सेना की पश्चिमी कमान के अगले प्रमुख होंगे. वह चंडीगढ़ में चंडीमंदिर छावनी स्थित पश्चिमी कमान के वर्तमान प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल आर पी सिंह से कार्यभार लेंगे. लेफ्टिनेंट जनरल आरपी सिंह 31 अक्टूबर 2021 को सेवामुक्त हो रहे हैं. पाकिस्तान से सटी भारत के पंजाब की सीमा और जम्मू सेक्टर के कुछ हिस्सों की जिम्मेदारी पश्चिमी कमान की ही है.
लेफ्टिनेंट जनरल नव के खंडूरी भारतीय सेना की वायु रक्षा कोर (Army Air Defence) के ऐसे पहले अधिकारी हैं जिन्हें कमांडर-इन-चीफ रैंक पर नियुक्त किया गया है. उन्होंने अपने अब तक के 38 साल के सैन्य करियर में देश विदेश में कई अहम ओहदों पर ज़िम्मेदारी निभाई है. लेफ्टिनेंट जनरल नव के खंडूरी पहले सिक्किम में सुकना स्थित भारतीय सेना की 33 वीं कोर के कमांडर थे. सेना की 33 कोर (33 corps) को त्रिशक्ति कोर भी कहा जाता है.
जनरल खंडूरी ने ऑपरेशन लॉजिस्टिक्स एंड स्ट्रेटेजिक मैनेजमेंट के महानिदेशक (Director General Operational Logistics and Strategic Management ) के रूप में भी काम किया है. वह देहरादून में राष्ट्रीय भारतीय सैन्य कॉलेज और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी पुणे के पूर्व छात्र हैं. देहरादून में भारतीय सैन्य अकादमी से ग्रेजुएशन के बाद जनरल खंडूरी ने दिसंबर 1983 में सेना के वायु रक्षा विंग में कमीशन हासिल किया था. जनरल नव खंडूरी ने सैन्य पर्यवेक्षक (military observer) के तौर पर कम्बोडिया और भूटान में भी सेवा दी है. वह आइवरी कोस्ट में संयुक्त राष्ट्र के मिशन के दौरान इंटिग्रेटेड सपोर्ट सर्विस के उप प्रमुख (Deputy Chief Integrated Support Services ) के तौर पर भी तैनात रह चुके हैं.