भारतीय वायु सेना के बेहद हाई प्रोफाइल और आधुनिकतम लड़ाकू विमान राफेल की पहली स्क्वाड्रन के पहले कमान अधिकारी ग्रुप कैप्टन हरकीरत सिंह का अचानक तबादला कर दिया गया है और जिसे लेकर तरह तरह की चर्चा चल रही है. वजह है कि राफेल की पहली खेप को भारत आये मुश्किल से सात महीने ही हुये हैं जब हरियाणा के अम्बाला स्थित सैनिक हवाई अड्डे पर जोर शोर से पुनर्गठित स्क्वाड्रन 17 (जिसे गोल्डन ऐरो भी कहते हैं) में इस लड़ाकू विमान का स्वागत किया गया था. ग्रुप कैप्टन हरकीरत सिंह की जगह ग्रुप कैप्टन रोहित कटारिया को अब इस स्क्वाड्रन का कमान अधिकारी बनाया गया है. रोहित कटारिया भारतीय वायु सेना के 171 वें कोर्स से हैं. 2003 में उन्होंने भारतीय वायु सेना में कमीशन हासिल किया था.
कैप्टन हरकीरत सिंह का तबादला हरियाणा के अम्बाला से शिलांग में कर दिया गया है. चर्चा है कि ये अचानक तबादला किसी विवाद के कारण हुआ लेकिन वायु सेना इसे रूटीन ट्रांसफर बता रही है. कहा जा रहा है कि कैप्टन हरकीरत सिंह के साथ और अधिकारी भी स्थानांतरित हुए हैं. भारतीय वायुसेना की पूर्वी कमान के वायु सैनिक अड्डे में राफेल की अगली खेप आनी है और यहाँ स्थापित स्क्वाड्रन ज़िम्मेदारी ग्रुप कैप्टन हरकीरत सिंह को सौंपी गई है.
यूँ तो ग्रुप कैप्टन हरकीरत सिंह को कमान अधिकारी (सीओ) बनाये तकरीबन दो साल हो गए थे लेकिन व्यवहारिक तौर पर तो उनका सीओ का कार्यकाल राफेल के यहाँ आने से अब तक कुछ महीने का ही रहा. मिग 21 लड़ाकू उड़ाने के अनुभवी हरकीरत सिंह की राफेल उड़ाने की फ़्रांस में ली गई ट्रेनिंग के समय को भी उनके उस कार्यकाल में शामिल किया बताया जा रहा है. अम्बाला में राफेल की पहली स्क्वाड्रन से ग्रुप कैप्टन हरकीरत सिंह के अलावा महिला अधिकारी विंग कमांडर विद्या राजेश्वर को बंगाल के हासीमारा भेजा जा रहा है. विद्या सागर एयर ट्रैफिक कंट्रोल में अधिकारी हैं.
ग्रुप कैप्टन हरकीरत सिंह :
कैप्टन हरकीरत सिंह शौर्य चक्र से सम्मानित भारतीय सेना के अधिकारी हैं. 2008 में विषम परिस्थितियों अपने लड़ाकू विमान मिग 21 को सुरक्षित तरीके से लैंड कराने में दिखाई गई कुशलता और साहस के लिए उन्हें शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था.
भारत में राफेल :
फ़्रांस की कम्पनी दसाल्ट एविएशन के बनाये लड़ाकू विमान राफेल की पहली खेप जुलाई 2020 में भारत आई थी. इसमें तीन सिंगल सीट वाले और दो डबल सीटर विमान हैं. इन्हें अम्बाला स्थित स्क्वाड्रन में शामिल किया गया था जबकि अब जो दूसरी खेप सम्भवत: अगले महीने आने वाली है, उसे हासीमारा में तैनात किया जाएगा. राफेल की ये दूसरी स्क्वाड्रन होगी.