एयर मार्शल रिचर्ड जॉन डकवर्थ ने भारतीय वायुसेना के मुख्यालय वायु भवन में कार्मिक प्रभारी वायु अधिकारी के रूप में पदभार संभाला है. लड़ाकू पायलट एयर मार्शल आर जे डकवर्थ ने वायुसेना में अपने शानदार कैरियर के दौरान कई महत्वपूर्ण पदों पर सेवाएं दी हैं.
29 मई 1983 को एक लड़ाकू पायलट के तौर पर भारतीय वायुसेना की युद्धक शाखा में आर जे डकवर्थ की नियुक्ति हुई थी. तकरीबन 38 वर्षों के अपने विशिष्ट कैरियर में, एक वायु अधिकारी के रूप में उन्होंने भारतीय वायुसेना के दस्ते में शामिल कई प्रकार के लड़ाकू और प्रशिक्षक विमान उड़ाए. मिग-21 और मिग-29 लड़ाकू विमानों की परिचालन उड़ान समेत 3000 घंटे से अधिक का उड़ान अनुभव उनको है.
एयर मार्शल आर जे डकवर्थ सीमा पर तैनात एक लड़ाकू स्क्वाड्रन के कमांडिंग अधिकारी रहे हैं. यही नहीं उन्होंने एक प्रमुख फाइटर बेस की भी कमान संभाली है. एयर वाइस मार्शल के रूप में, उन्होंने हेडक्वार्टर इंटीग्रेटेड डिफेंस सर्विसेज में असिस्टेंट चीफ ऑफ इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ (टेक्निकल इंटेलिजेंस), हेडक्वार्टर सेंट्रल एयर कमांड में एयर ऑफिसर कमांडिंग एडवांस, दक्षिण वायु कमान में एयर डिफेंस कमांडर के तौर पर भी आर जे डकवर्थ ने अपनी सेवाऐं प्रदान की है. एक एयर मार्शल के रूप में, उन्हें सेंट्रल एयर कमांड के वरिष्ठ वायु कार्मिक अधिकारी के तौर पर भी नियुक्त किया गया. वर्तमान नियुक्ति से पहले एयर मार्शल आर जे डकवर्थ पश्चिमी वायु कमान में वरिष्ठ वायु कार्मिक अधिकारी के रूप में तैनात थे. एयर मार्शल डकवर्थ डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज के छात्र भी रह चुके हैं.
उनकी विशिष्ट सेवाओं के लिए, वर्ष 2008 में एयर मार्शल को विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया था.