1985 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी डा. केपी सिंह ने आज हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी-DGP) पद का कार्यभार अंतरिम तौर पर संभाल लिया. डा. केपी सिंह यानि डा. कुशलपाल सिंह मूलत: यूपी के सहारनपुर के रहने वाले हैं. कार्यभार ग्रहण करने से पहले उन्हें राज्य पुलिस मुख्यालय में गार्ड आफ आनर प्रदान किया गया. इस मौके पर कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद थे.
डा. केपी सिंह की नियुक्ति यूपीएससी द्वारा अगला पुलिस महानिदेशक चुने जाने के लिए राज्य सरकार के भेजे आईपीएस अधिकारियों के नामों के पैनल को वापस लौटाए जाने के बाद अंतरिम तौर पर की गई है क्योंकि सेवा विस्तार पर चल रहे पुलिस महानिदेशक बीएस संधू कल यानि 31 जनवरी को सेवा से रिटायर हो गये.
गौरतलब है कि 1984 बैच के हरियाणा कैडर के आईपीएस अधिकारी संधू पिछले साल 30 सितंबर को रिटायर हो गये थे लेकिन राज्य सरकार ने गृह मंत्रालय से उनके लिए पोस्ट रिटायरमेंट एक्सटेंशन मांगा था. इसके बाद संधू के 31 जनवरी पद पर बने रहने की अनुमति दे दी गई थी.
हरियाणा सरकार के गृह मंत्रालय के अतिरिक्त मुख्य सचिव द्वारा जारी आदेश के मुताबिक डा. केपी सिंह हरियाणा मानवाधिकार आयोग के महानिदेशक का दायित्व भी तब तक संभालते रहेंगे जब तक कि सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों के मुताबिक नियमित नियुक्ति नहीं हो जाती.
हरियाणा के सख्त अफसरों में गिने जाने वाले डा. केपी सिंह मानवाधिकार विषय में पीएचडी कर चुके हैं. वह हिंदी और अंग्रेजी में 22 किताबें लिख चुके हैं. वह कई जिलों में एसपी सहित विभिन्न पदों पर काम कर चुके हैं. वह सीआईडी में भी रह चुके हैं. उन्हें राष्ट्रपति के पुलिस पदक से विभूषित किया जा चुका है.