भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी प्रवीर रंजन ने संघ शासित क्षेत्र चंडीगढ़ पुलिस के प्रमुख का ओहदा संभाल लिया. भारतीय पुलिस सेवा के एजीएमयूटी कैडर के 1993 बैच के अधिकारी प्रवीर रंजन अभी तक दिल्ली पुलिस में कमिश्नर के ओहदे पर थे. चंडीगढ़ पुलिस के महानिदेशक के पद पर तीन साल रहे संजय बेनीवाल ने उन्हें सिटी ब्यूटीफुल की पुलिस की कमान सौंपी. संजय बेनीवाल उनसे चार बैच सीनियर हैं.
वीरवार को चड़ीगढ़ पुलिस के डीजीपी के पद से मुक्त हुए संजय बेनीवाल ने प्रवीर रंजन को कुर्सी पर बिठाया. इससे पहले उन्होंने चंडीगढ़ पुलिस के सेक्टर 9 स्थित, मुख्यालय पहुँचने पर प्रवीर रंजन का स्वागत किया.
दिल्ली पुलिस में विभिन्न ज़िलों और इकाइयों में अहम ओहदों पर रहे आईपीएस प्रवीर रंजन केन्द्रीय अनवेषण ब्यूरो (सीबीआई) , अरुणाचल प्रदेश और पुदुचेर्री में भी तैनात रहे हैं. अगस्त के शुरुआत में ही उनको चंडीगढ़ के पुलिस प्रमुख के पद पर तैनात करने का आदेश केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने जारी कर दिया था.
संजय बेनीवाल ने जून 2018 में दो राज्यों, पंजाब व हरियाणा, की संयुक्त राजधानी और संघ शासित क्षेत्रों में से एक चंडीगढ़ के पुलिस प्रमुख का कार्यभार सम्भाला था. वे भी एजीएमयूटी कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं और 1989 बैच के हैं. संजय बेनीवाल को सितम्बर 2020 में पुलिस महानिदेशक के पद पर प्रोन्नति मिली थी.
चंडीगढ़ की अहमियत :
भारत के केंद्र शासित क्षेत्रों में से एक चंडीगढ़ का अलग से अहम स्थान है. अपराध और ट्रैफिक के मामले में कई स्थानों से बेहतर चंडीगढ़ को सिटी ब्यूटीफुल भी कहा जाता है. भारत के आधुनिकतम शहरों में से एक चंडीगढ़ की एक ख़ासियत इसका दो राज्यों (हरियाणा और पंजाब) की राजधानी होना भी है. तीन तीन सरकारों वाले इस शहर की संवेदनशीलता भी इस मामले में है. चंडीगढ़ से जहां एक तरफ पंजाब का मोहाली और दूसरी तरफ हरियाणा का पंचकुला सटा हुआ है. इन तीनो क्षेत्रों को जोड़कर ट्रायसिटी चण्डीगढ़ भी कहा जाता है.
वैसे चंडीगढ़ का प्रशासक पंजाब का राज्यपाल होता है लेकिन व्यवहारिक तौर पर प्रशासक का सलाहकार ही यहाँ का शासन चलाता है जोकि यूटी कैडर का आईएएस अधिकारी होता है.