भारतीय सेना के सूबेदार, ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता 24 साल के नीरज चोपड़ा ने भारत के खेल-खिलाडियों की दुनिया के इतिहास में शानदार पन्ना लिख दिया है. प्रतिष्ठित ‘डायमंड ट्रॉफी’ (diamond trophy) जीतने वाले वह पहले हिन्दुस्तानी बन गए हैं. जर्मनी के ज्युरिक शहर में इस अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में 88 .44 मीटर तक भाला फेंक कर नीरज चोपड़ा ने ये शानदार कारनामा किया.
नीरज ने डायमंड लीग 2022 में अपने निकटतम प्रतिद्वंदी चेकोस्लोवाकिया के जकुब वद्लेच और जर्मनी के जुलियन वेबर को पछाड़कर ये चैम्पियनशिप जीती. नीरज की शुरुआत हालांकि पहले फाऊल से हुई जब वद्लेच ने 84.15 मीटर पर जेवलिन फेंकने में कामयाबी हासिल की. नीरज ने अपने दूसरे प्रयास में ही 84.15 मीटर के फासले पर जो भाला फेंका उस दूरी को मुकाबले के आखिर तक कोई नहीं पाट सका. नीरज ने इसके बाद तीसरे प्रयास में 88 मीटर, चौथे में 86 .11 मीटर, पांचवें में 87 मीटर और अंतिम प्रयास में 83 .60 मीटर के फासले पर भाला फेंका. वेद्लेच का भाला अधिकतम 86 .94 मीटर की दूरी तय कर सका. ये कामयाबी उन्होंने दूसरे प्रयास में हासिल की थी.
उल्लेखनीय है कि नीरज चोपड़ा ने 2021 में हुए टोक्यो ओलंपिक्स में गोल्ड मेडल जीता था. इससे पहले 2018 में एशियाई खेलों (asian games 2018 ) में और इसी साल कॉमनवेल्थ गेम्स (राष्ट्रकुल खेल) में भी गोल्ड मेडल हासिल किया था. 2022 की विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप (world athletics championship) सिल्वर मेडल जीता था. हालाँकि तभी उन्होंने कहा था कि डायमंड ट्रॉफी जीतने के बाद ही वे उन्हें इन मुकाबलों में पूर्णता मिल सकती है.