दिल्ली पुलिस कमिश्नर की टीम ने मीडिया को हरा फिर कब्जाई जी. मुरली ट्रॉफी

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पुलिस कमिश्नर के साथ विजेता टीम

दिल्ली पुलिस सप्ताह का हिस्सा बन गये जी. मुरली ट्रॉफी सालाना क्रिकेट मैच की विजेता इस बार भी दिल्ली पुलिस की टीम ही रही. पुलिस कमिश्नर एकादश ने मीडिया एकादश टीम को हराकर ट्रॉफी पर अपना कब्ज़ा बरकरार रखा. दिल्ली पुलिस के डीसीपी शरद सिन्हा मैन ऑफ द मैच रहे. बेहतरीन गेंदबाज़ का खिताब दिल्ली पुलिस के एसीपी गुरसेवक सिंह को जबकि बेहतरीन बल्लेबाज का खिताब मीडिया एकादश के चिराग गोठी को मिला.

मैच देखते पत्रकार और दिल्ली पुलिस के अधिकारी

दिल्ली के ऐतिहासिक 104 साल पुराने मॉडर्न स्कूल के मैदान में खेले गये, दिल्ली में विभिन्न मीडिया संस्थानों के रिपोर्टर्स और दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के बीच, इस फ्रेंडली मैच के मौके पर मुख्य अतिथि पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक थे जो मैच के समापन से कुछ समय पहले ही पहुंचे. 80 के दशक में शुरू हुये इस मैच में अब दोनों ही पक्षों में उतना उत्साह नहीं देखा जाता जितना 90 के दशक तक या उसके दो चार और बरसों तक रहा. ये इसकी आनन फानन में की गई तैयारी और पुलिस अधिकारियों व मीडियाकर्मियों की कम संख्या में मौजूदगी से ही दिखाई पड़ता है. हालांकि दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता मनदीप सिंह रंधावा का कहना है कि इस आयोजन की पुरानी रौनक लौटाने की पूरी कोशिश की जायेगी.

वरिष्ठ क्राइम रिपोर्टर.

मीडिया की टीम ने 20 ओवर के इस मैच में 192 रन बनाये थे जिनमें से 50 फीसदी तो चिराग के बल्ले से बने. कमज़ोर गेंदबाजी, वाइड गेंद और कमजोर फील्डिंग मीडिया एकादश की हार की वजह बनी. यूँ कहा जा सकता है कि मीडिया एकादश की ये कमजोरियां दिल्ली पुलिस को जिताने में मददगार बनीं.

दर्शक दीर्घा में, वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों में विशेष आयुक्त प्रवीर रंजन, ज्वाइंट कमिश्नर देवेश श्रीवास्तव, वरिष्ठ आईपीएस और आईबी के संयुक्त निदेशक (दिल्ली) विक्रम ठाकुर प्रमुख रुप से मौजूद थे वहीं दिल्ली क्राइम रिपोर्टर्स एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष ललित वत्स और संजय वोहरा भी उपस्थित थे. प्रमोद कुमार सिंह, इन्द्र वशिष्ठ, दिनेश वत्स, मनोज वर्मा, संदीप ठाकुर, रामेश्वर दयाल भी खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाने के लिए मौजूद थे. कमेंट्री का जिम्मा पत्रकारों ने संभाला.

ऐसे होता था आयोजन :

दरअसल, जी. मुरली दिल्ली से छपने वाले ऐतिहासिक अंग्रेजी अखबार पैट्रियट में संवाददाता थे और पर्वतारोहण के एक अभियान के दौरान उनकी मौत हो गई थी. उनकी याद में 1983 से हरेक साल ये क्रिकेट मैच कराया जाता है. इसका बंदोबस्त दिल्ली पुलिस करती है. कालांतर में दिल्ली पुलिस सप्ताह का हिस्सा बन गया जो हर साल 16 फरवरी को शुरू होता है.

पहले ये मैच ज़्यादातर फिरोजशाह कोटला मैदान में खेला जाता था. मौजूदा पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक भी एक जमाने में इस मैच में पुलिस टीम के सदस्य के तौर पर खेला करते थे. बाद में पुलिस कमिश्नर बने युद्धवीर सिंह डडवाल तो पुलिस टीम के कप्तान भी रहे. दूरदर्शन में अतिरिक्त निदेशक तक रहे अंतरराष्ट्रीय ख्याति के कमेंटेटर जसदेव सिंह इस मैच में कमेंटरी किया करते थे.

आभार जताया :

आज के आयोजन के दौरान पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने विजेताओं को ट्रॉफी और प्रतीक चिन्ह प्रदान करके सम्मानित किया. इस आयोजन में सहयोग करने वाले पुलिस अधिकारियों के और जनसंपर्क शाखा की उन्होंने सराहना की. साथ ही आयोजन में सहयोग के लिए उन्होंने माडर्न स्कूल के प्रिंसिपल डॉ विजया दत्ता का आभार प्रकट किया. अमूल्य पटनायक के लिए इस मैच में बतौर पुलिस कमिश्नर उनकी आखिरी मौजूदगी थी क्यूंकि इसी माह में, उनका बढ़ा हुआ कार्यकाल समाप्त हो रहा है. वैसे उन्होंने इस मैच के आयोजन की परम्परा को अच्छा बताते हुए इसके जारी रहने की उम्मीद ज़ाहिर की.