भारत के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल के नाम पर घोषित सम्मान व पुरस्कार देने से सम्बन्धित अधिसूचना सरकार ने जारी कर दी है. भारत की एकता और अखंडता के क्षेत्र में योगदान के लिए दिए जाने वाले इस सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार के तहत दिए जाने वाले मेडल की तस्वीर भी गृह मंत्रालय ने जारी है. साथ ही बताया गया है कि पुरस्कार की घोषणा राष्ट्रीय एकता दिवस यानि 31 अक्टूबर को सरदार पटेल की जयंती के मौके पर की जाएगी.
गृह मंत्रालय की तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक सरदार पटेल राष्ट्रीय एकता पुरस्कार शुरू करने की एक अधिसूचना दिनांक 20 सितंबर, 2019 को जारी की गई थी. यह पुरस्कार राष्ट्रपति के द्वारा उनके हस्ताक्षर और मुहर के तहत एक सनद के तौर पर प्रदान किया जाएगा और राष्ट्रपति भवन में आयोजित पद्म पुरस्कार समारोह के साथ एक पुरस्कार समारोह में उनके द्वारा दिया जाएगा.
प्रधानमंत्री एक पुरस्कार समिति का गठन करेंगे, जिसमें सदस्य के रूप में कैबिनेट सचिव, प्रधान मंत्री के प्रधान सचिव, राष्ट्रपति के सचिव, गृह सचिव और प्रधानमंत्री के चुने गए तीन-चार प्रतिष्ठित व्यक्ति शामिल होंगे.
पुरस्कृत किये जाने वाले व्यक्ति को एक पदक और एक प्रशस्ति प्रदान किया जाएगा. इस पुरस्कार के साथ कोई भी मौद्रिक अनुदान या नकद पुरस्कार संबद्ध नहीं होगा. एक साल में तीन से अधिक पुरस्कार नहीं दिए जाएंगे. यह अति असाधारण और अत्यधिक सुयोग्य मामलों को छोड़कर मरणोपरांत प्रदान नहीं किया जाएगा.
विज्ञप्ति में बताया गया है कि नामांकन प्रति वर्ष आमंत्रित किए जाएंगे. आवेदनों को गृह मंत्रालय द्वारा विशेष रूप से डिज़ाइन की गई वेबसाइट पर ऑनलाइन फाइल करना ज़रूरी होगा. धर्म, प्रजाति, जाति, लिंग, जन्म स्थान, आयु या व्यवसाय के भेदभाव के बिना भारत का कोई भी नागरिक और कोई भी संस्था या संगठन, इस पुरस्कार के लिए पात्र होगा. भारत में रहने वाला कोई भी भारतीय नागरिक या यहाँ पर स्थित संस्था या संगठन इस पुरस्कार के लिए विचारार्थ किसी व्यक्ति को नामांकित कर सकता है. यही नहीं व्यक्ति स्वयं को भी नामांकित कर सकते हैं. राज्य सरकारें, संघ राज्य क्षेत्र प्रशासन और भारत सरकार के मंत्रालय भी नामांकन भेज सकते हैं.