भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) चन्द्रयान-2 को 30 अप्रैल तक लांच कर देगा. ये जानकारी स्वयं इसरो के अध्य्क्ष डॉ. के. सिवन ने दी है. वैसे चन्द्रयान-2 को अंतरिक्ष में भेजने की कोई तारीख निश्चित नहीं हो सकी है लेकिन डा. सिवन ने संवाददाताओं से बातचीत में इतना ज़रूर बताया कि इसे 25 मार्च से 30 अप्रैल के बीच लांच किया जायेगा.
इसरो के अध्यक्ष डॉ. के. सिवन ने बताया कि इसरो ने इस वर्ष 32 मिशनों की योजना बनाई है. इसरो के प्राथमिकता वाले क्षेत्रों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इनमें गगनयान परियोजना, विद्यार्थियों तक पहुंचना, पहुंच कार्यक्रम, इस वर्ष के नियोजित मिशन और विक्रम साराभाई शताब्दी समारोह है.
गगनयान की चर्चा करते हुए डॉ. सिवन ने कहा कि मानव रहित पहला अंतरिक्ष विमान दिसंबर 2020 तक लांच किया जाएगा और जुलाई 2021 तक दूसरा मानव रहित मिशन तथा दिसंबर 2021 तक पहला मानव चालित मिशन लांच किया जाएगा. उन्होंने बताया कि गगनयान परियोजना के लिए मानव अंतरिक्ष उड़ान केन्द्र (एचएसएफसी) की स्थापना गई है.
पहुंच कार्यक्रमों की चर्चा करते हुए डॉ. सिवन ने कहा कि इस वर्ष इसरो ने विद्यार्थियों के साथ संवाद कार्यक्रम प्रारंभ किया है, जिसमें अपने मुख्यालय से बाहर रहने के दौरान इसरो अध्यक्ष विद्यार्थियों से मिलते हैं और वैज्ञानिक विषयों पर उनके सवालों का जवाब देते हैं.
इसरो ने पहली बार वैज्ञानिक प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने और भारत में वैज्ञानिकों के पूल को बढ़ाने के लिए युवा वैज्ञानिक कार्यक्रम की घोषणा की है. डॉ. सिवन ने कहा कि इसके तहत एक महीने के लिए इसरो कार्यक्रम के लिए भारत के हरेक राज्य और केन्द्र शासित प्रदेश से तीन विद्यार्थियों का चुनाव किया जाएगा. ये छात्र इसरो केन्द्रों पर जाएंगे, वरिष्ठ वैज्ञानिकों से बातचीत करेंगे तथा अनुसंधान और विकास सुविधाएं देखेंगे. इनकी यात्रा और रहने का खर्च इसरो उठाएगा. डॉ. सिवन ने राज्य सरकारों तथा राज्य के शिक्षा विभागों से इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सक्रिय सहयोग देने की अपील की.