उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर में पुलिस कमिश्नर कार्यालय का उद्घाटन करने आये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में पुलिसकर्मियों की तादाद में बढ़ोतरी करने और पुलिस के आवासीय और दफ्तरी परिसरों को बेहतर करने का वादा किया. उन्होंने कहा कि सरकार के पास लोगों की बेहतरी के काम के लिए धन की कोई कमी नहीं है. योगी आदित्यनाथ ने महिला सुरक्षा के लिए किये गये पुलिस के काम और खास तौर से हेल्पलाइन 112 की सुविधा का ज़िक्र किया.
गौतम बुद्ध नगर के कमिश्नर का दफ्तर नोएडा के सेक्टर 108 में बनाया गया है जिसका उद्घाटन रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया जहां पहुंचने पर उन्हें पुलिस रस्मो रिवाज़ के मुताबिक़ गार्ड ऑफ़ आनर दिया गया. योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार ने सभी जिलों में पुलिस लाइंस के साथ साथ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) और ज़िला मजिस्ट्रेट (डीएम) आवासों के विकास के लिए 6000 करोड़ रुपये दिए हैं.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने उस अंधविश्वास को तोड़ा जो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के नोएडा आगमन से जुड़ा है. इसके मुताबिक़ यूपी का जो सीएम यहाँ सरकारी काम या रैली आदि के लिए यहाँ आता या रुकता है उसकी कुर्सी ज्यादा दिन तक सलामत नहीं रहती. सीएम आदित्यनाथ नें 80 करोड़ रुपये की लागत से बनाये गये पुलिस कमिश्नर दफ्तर के निर्माण में नोएडा अथारिटी के किये गये काम की तारीफ की. यहाँ प्रशासनिक ब्लाक, ऑडिटोरियम और कैफेटेरिया भी है. यह जगह असल में पहले परिवहन विभाग के लिए तय की गई थी इसलिए ड्राइविंग टेस्ट के लिए ट्रैक और ट्रैफिक सिग्नल्स भी लगाये गये हैं. इन्हें यूँ ही रखा जाएगा.
रविवार शाम कार्यालय का उद्घाटन करने के साथ साथ नये कमिश्नर कार्यालय से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नोएडा ट्रैफिक पुलिस के 50 ट्रैफिक मार्शल मोटर साइकिल दल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस दफ्तर से पहले गौतम बुद्ध नगर के पहले कमिश्नर का दफ्तर सूरजपुर में था. इस मौके पर पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में यहाँ पुलिस का काम बेहतर हुआ है. पुलिस के काम में ज्यादा स्वतंत्रता आई है. उन्होंने जिले में एकीकृत यातायात प्रणाली के विकास के बारे में भी चर्चा की जो ट्रैफिक सम्बन्धी कई समस्याओं का समाधान है. लखनऊ और नोएडा के लिए इस प्रणाली की घोषणा 13 जनवरी को की गई थी.
कमिश्नर दफ्तर के उद्घाटन के मौके पर गौतम बुद्ध नगर के सांसद डॉ महेश शर्मा के साथ साथ यूपी के मंत्री सुरेश राणा और जय प्रताप सिंह भी मौजूद थे.