कचरे में मरने के लिए फेंकी गई भूख से बिलखती बच्ची को अपनी छाती से लगाकर जब इस सब इन्स्पेक्टर ने अपना दूध पिलाया तो मंजर देखने वाला रहा होगा. घटना 2 अगस्त की है. जगह है मध्य प्रदेश का जिला इंदौर. और सब इंस्पेक्टर का नाम है अनिला पाराशर. अनिला की स्टोरी फोटो के साथ हिंदुस्थानी सेना नाम के फेसबुक अकाउंट पर 4 अगस्त को पोस्ट की गई है.
पोस्ट के मुताबिक घटनाक्रम :
गुरुवार को इंदौर-महू रोड पर डीसेंट कॉलोनी के पास कचरे के ढेर में दो दिन की नवजात बालिका मिली. सूचना मिलते ही पुलिस वहां पहुंची. सिपाही सुभाष और सब इंस्पेक्टर (एसआई) अनिला पाराशर ने बच्ची को कचरे से निकाला और बेहद सावधानी के साथ अस्पताल पहुंचाया.
बच्ची के साथ अस्पताल पहुंची एसआई अनिला पाराशर ने आसपास खड़ी महिलाओं से उसे दूध पिलाने का अनुरोध किया. इस पर कोई उस बच्ची को हाथ तक लगाने को तैयार नहीं हुआ. अनिला खुद एक साल के बच्चे की मां है और उन्होंने बिना देर किए बच्ची को स्तनपान कराया. शुक्रवार को जब बच्ची को अस्पताल से इंदौर के चाइल्ड लाइन द्वारा संचालित छाया केंद्र पर लाया गया तब भी अनिला ने ही उसकी मां की भूमिका निभाई.
पोस्ट पर कुछ प्रतिक्रियाएं
- घटना बहुत छोटी है लेकिन इससे हमें यह भी पता चलता है कि पेशा कोई भी हो किसी का अच्छा या बुरा होना उसके व्यक्तित्व पर निर्भर करता है. जरूरी नहीं कि हर पुलिसवाला बुरा ही होता है या फिर हर साधु-संत अच्छा ही होता है.
- एक मां ही समझ सकती है बेटी का दर्द…जिसने उसे अपने गले से लगाया, असल में मां तो यही है.
- ऐसे लोगों को देखकर लगता है ये सच में देवी मां है. जिसने एक बच्चे की रक्षा की. जय हिंद. हमारे देश की ऐसी हर मां को दिल से नमन.
- ऐसे ही नहीं हमारे देश में नारी को देवी का स्वरूप माना गया है. जितनी भी सराहना की जाए…इसे व्यक्त करने के लिये शब्द छोटे ही पडेंगे. धन्य हैं आप और ममता से भरा हुआ आपका हृदय.
- नमन है आपके माता-पिता को जिन्होंने आप जैसी सहृदय पुत्री को जन्म दिया जिसने इंसानियत का तकाजा निभाया. नमन है आपको.
रक्षक न्यूज़ डाट काम की पूरी टीम की तरफ से अपील है कि अगर माँ की ममता वाली ये असली कहानी आपको पसंद आई हो तो सब इंस्पेक्टर अनिला के जज़्बे को सलाम करने के साथ ये घटना औरों के साथ शेयर करें.
इस महिला कांस्टेबल को सैल्यूट क्योंकि अपना दूध पिलाकर लावारिस नवजात की जान बचाई
देवी तुम धन्य हो.. 🙏🙏🙏