दरअसल बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ( एसएससी -ssp ) अनुराग आर्य को जब इंस्पेक्टर राम सेवक की रिश्वतखोरी की जानकारी हुई तो उन्होंने एसपी बरेली साउथ के एसपी मानुष पारीक को कार्रवाई करने के आदेश दिए. आईपीएस मानुष पारीक ips manush parikऔर फरीदपुर के क्षेत्राधिकारी (सीओ co) गौरव सिंह ने टीम के साथ छापा मारा को भेज कर इंस्पेक्टर के आवास पर छापा पड़वाया. इंस्पेक्टर रामसेवक के आवास से 9 लाख 96 हजार रुपये नगद बरामद हो गए. इसी बीच मौका पाकर इंस्पेक्टर रामसेवक दीवार फांदकर फरार हो गया.
रिश्वत लेकर इंस्पेक्टर ने छोड़ा :
एसएसपी अनुराग आर्य ssp anurag arya ने बताया कि दिन में गोपनीय सूचना प्राप्त हुई की फरीदपुर थाना प्रभारी निरीक्षक रामसेवक की तरफ से रात में दो संदिग्धों को एनडीपीएस के आरोप में पकड़कर 7 लाख रुपये लेकर छोड़ दिया है, जिसकी जांच के लिए क्षेत्राधिकारी फरीदपुर गौरव सिंह थाने पर गये. थाने पर मौजूद थाना प्रभारी रामसेवक तुरंत से गायब हो गया. जिसका कमरा चेक करने पर कमरे से लगभग 09 लाख 96 हजार रुपये कैश बरामद हुआ है.
इंस्पेक्टर निलंबित:
पुलिस को जांच में पता चला कि रात में इसी इलाके के निवासी आलम और नियाज़ अहमद को थाने पर लाया गया था लेकिन उनको 7 लाख रुपये लेकर थाना प्रभारी की तरफ से छोड़ दिया गया था. इस संबंध में क्षेत्राधिकारी फरीदपुर की तहरीर पर थाना फरीदपुर पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 308(6)/127(2) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा के तहत मामला दर्ज किया गया है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपी निरीक्षक रामसेवक को निलंबित किया गया है और गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं . उम्मीद है कि जल्द ही गिरफ्तारी करते हुए आगे की विवेचनात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.