भारत के तेलंगाना राज्य में एक जनसभा के वक्त पुलिस बन्दोबस्त के दौरान ड्यूटी पर तैनात युवा महिला पुलिस अधिकारी सिन्धु सरमा को जब पुलिस उपायुक्त (DCP) उमा महेश्वर सरमा ने सैल्यूट ठोका तो आसपास मौजूद कुछ लोगों के चेहरे, लबों पर आई मुस्कराहट से खिल उठे. पूरा माजरा भांपने पर, मुस्कुराहट तो खुद सैल्यूट करने वाले डीसीपी उमा महेश्वर के होठों पर भी आ ही गई. इत्तेफाक से हालात ही कुछ ऐसे थे.
दरअसल भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) की अधिकारी सिन्धु सरमा कोई और नहीं डीसीपी उमा महेश्वर की पुत्री हैं और आईपीएस के बैच के हिसाब से पिता से सीनियर हैं. सिन्धु सरमा 2014 बैच की IPS अधिकारी हैं जबकि उनके पिता उमा महेश्वर सरमा पुलिस में बरसों पहले सब इंस्पेक्टर के तौर पर भर्ती हुए थे.
पिता पुत्री की ये जोड़ी है तो एक ही राज्य की पुलिस में लेकिन इनकी तैनाती के क्षेत्र अलग हैं. उमा महेश्वर रशकोंडा के मलकानगिरी के डीसीपी हैं और उन्हें हाल ही में IPS बनाया गया और वे रिटायर भी होने वाले हैं. सिन्धु सरमा को हाल ही में जग्तियाल जिले का पुलिस अधीक्षक बनाया गया है.
असल में, रविवार को हैदराबाद के पास कोंगराकलां में तेलंगाना राष्ट्रीय समिति की सभा में काफी भीड़ होने की वजह से अलग अलग इलाकों से भी फ़ोर्स लगाई गई थी. यहीं पर महिलाओं वाले हिस्से के सुरक्षा इंतजाम में सिन्धु सरमा की ड्यूटी थी. ये ऐसा पहला मौका था जब पिता पुत्री की ड्यूटी बावर्दी एक ही जगह पर हो और दोनों आमने सामने टकराए हों. लिहाज़ा सीनियर होने के नाते तो उमा महेश्वर को बेटी को सैल्यूट करना ही था.
बेटी को सैल्यूट करने वाले डीसीपी उमा महेश्वर खुद को भाग्यशाली मानते हैं. और हो भी क्यूँ न जब सन्तान माता पिता के सामने ही उनसे ज्यादा तरक्की करके उनके सपने पूरे करे. कुछ ऐसी ही बातें इस घटना के बाद, अपनी प्रतिक्रिया में डीसीपी पिता उमा महेश्वर सरमा ने आईपीएस पुत्री सिन्धु सरमा के बारे में कहीं.