उत्तर प्रदेश के इटावा में तैनात महिला थाना प्रभारी रजनी सिंह और सिपाही नरेंद्र सिंह की शादी की तस्वीर इन दिनों जिज्ञासा ओर चर्चा का विषय बनने के कारण सोशल मीडिया पर छाई हुई है. ये शादी अलीगढ़ के एक मैरिज होम में दोनों के परिवारों और चुनिंदा मेहमानों की मौजूदगी में साधारण तरीके से हुई. वायरल हुई इन तस्वीरों में न तो कुछ अटपटा या अजीब है और न ही पुलिस महकमे में काम करने वाले विवाह बंधन में बंधने वाले ये पहले वर वधु हैं. फर्क है तो सिर्फ रैंक का.
हाथरस ज़िले की रहने वाली रजनी सिंह की गिनती तेज़ तर्रार महिला दरोगाओं में होती है. महिला थानाध्यक्ष से पहले रजनी सिंह जसवंत नगर थाने की और सिविल लाइन्स इलाके में जेल चौकी की प्रभारी भी रही हैं. वहीं नरेंद्र सिंह पास के ही अलीगढ ज़िले के रहने वाले हैं और वर्तमान में सिविल लाइन थाने में सिपाही के तौर पर उनकी तैनाती है. दोनों ही, दारोगा रजनी सिंह और सिपाही नरेंद्र सिंह, के काम से यहां के अधिकारी काफी संतुष्ट रहते हैं. इनको जानने वाले तो ये भी कहते हैं दोनों एक दूसरे के काम से भी प्रभावित थे जो उनके इस बंधन का कारण बना. वैसे शादी का प्रस्ताव सिपाही नरेंद्र सिंह की तरफ से आया. फिर शादी दोनों के परिवारों की रजामंदी से हुई.
सिविल लाइन थाने के प्रभारी मोहम्मद कामिल के हवाले से मिली सूचना के मुताबिक़ शादी के बाद नरेंद्र और रजनी घूमने के लिए गए हैं. अपने काम को लेकर बेहद संजीदा और ईमानदार सिपाही नरेंद्र ने फिलहाल 15 दिन की छुट्टी ली है. असल में नरेंद्र काफी लम्बे अरसे से यहीं तैनात हैं. चार साल पहले जब 2018 में रजनी सिंह की तैनाती भी इसी थाने के अंतर्गत पुलिस चौकी पर हुई तभी उनके बीच जान पहचान हुई थी.