भारतीय पुलिस सेवा ( indian police service ) की वरिष्ठ अधिकारी रेणुका मिश्रा ( renuka mishra ) को उत्तर प्रदेश सरकार ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती बोर्ड ( uttar pradesh police recruitment board ) के अध्यक्ष पद से को हटाने का आदेश जारी कर दिया है . श्रीमती मिश्रा के स्थान पर एक अन्य आईपीएस अधिकारी राजीव कृष्णा को यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड के चेयरमैन का काम सौंपा गया है . श्रीमती मिश्रा की नै तैनाती के बारे में अभी तक कोई सूचना प्राप्त नहीं हुई है . उनको प्रतीक्षा सूची में रखा गया है .
यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने के आरोपों के बाद बोर्ड की अध्यक्ष को हटाया जाना इस मामले में दंडात्मक कार्रवाई के तौर पर देखा जा रहा है .17 और 18 फरवरी को राज्य भर में आयोजित हुई इस भर्ती परीक्षा में 48 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हुए थे. पेपर लीक होने की खबर फैलने का बाद जबरदस्त विरोध प्रदर्शन हुए थे लिहाज़ा मजबूर होकर 24 फरवरी को यूपी सरकार ने पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा रद्द कर दी. साथ ही छह महीने के भीतर फिर से परीक्षा आयोजित करने का ऐलान भी किया .
सरकार ने इस मामले की जांच के बारे यह भी कहा था कि एक विशेष कार्य बल (एसटीएफ) पेपर लीक के आरोपों की जांच करेगा. कहा जा रहा है कि मामले की एफ आई आर तक दर्ज कराने में हुई देरी को देखते हुए रेणुका मिश्रा को हटाने का एक्शन लिया गया .
कौन हैं आईपीएस रेणुका मिश्रा :
तेज़ तर्रार पुलिस अधिकारियों की फेहरिस्त में शुमार रेणुका मिश्रा ( ips renuka mishra ) 1990 बैच की यूपी कैडर की आईपीएस अधिकारी हैं . इन 34 बरसों के पुलिस के काम के अनुभवों के दौरान उनको कई पुरस्कार व पदकों से सम्मानित किया जा चुका है. वरिष्ठता के हिसाब से उनकी गिनती राज्य पुलिस के प्रमुख पद के दावेदारों में होती है . यूपी पुलिस की कमान सम्भाल रहे वर्तमान कार्यकारी महानिदेशक प्रशांत कुमार भी उन्हीं के बैच के हैं . रेणुका मिश्रा को 2021 में महानिदेशक का रैंक मिल गया था. उन्हें 14 जून 2023 को यूपी पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड ( up police recruitment and promotion board) चेयरमैन की जिम्मेदारी सौंपी गई थीं.
बोर्ड के नए अध्यक्ष आईपीएस राजीव कृष्ण :
रेणुका मिश्रा की जगह भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष बनाए गए आईपीएस राजीव कृष्ण ( ips rajeev krishna) 1991 बैच के यूपी कैडर के अधिकारी है. वर्तमान में वह महानिदेशक (सतर्कता ) के पद पर है. इस ज़िम्मेदारी का निर्वाह करते हुए आईपीएस राजीव कृष्ण को बोर्ड का कामकाज भी देखना होगा . यूपी पुलिस भर्ती के पेपर लीक मामले से निपटते हुए राजीव कृष्ण को नए सिरे से स्वच्छ माहौल में परीक्षा का आयोजन और चयन की प्रक्रिया पूरी करवानी होगी.