महाराष्ट्र के नासिक में पुलिस कमिश्नर अंकुश शिंदे ने ‘ सर्वश्रेष्ठ थाना योजना’ शुरू करने का ऐलान किया है . इस ज़िले में कुल मिलाकर 13 पुलिस थाने हैं. पुलिस कमिश्नर का मानना है कि ‘ सर्वश्रेष्ठ थाना योजना ‘ से पुलिसकर्मियों को अच्छा काम करने का प्रोत्साहन मिलेगा और इसको लेकर उनके बीच एक तरह का कम्पीटीशन होगा. उम्मीद की जा रही है कि यह योजना न सिर्फ पुलिस छवि में सुधार करने में सहायक होगी करेगी बल्कि इससे आपराधिक मामलों को तेज़ गति से सुलझाने और अपराधों की रोकथाम में भी मदद मिलेगी.
क्या है सर्वश्रेष्ठ थाना योजना :
पुलिस कमिश्नर अंकुश शिंदे ( police commissioner ankush shinde ) का मानना है कि ‘ सर्वश्रेष्ठ थाना योजना ‘ पुलिकर्मियों के बीच ‘स्वस्थ प्रतियोगिता’ बढ़ाएगी जिसका लाभ अंतत आम लोगों को ही मिलेगा . ज्यादा से ज्यादा आपराधिक मामलों को सुलझाना , अपराधों की रोकथाम के असरदार उपाय अपनाना , दर्ज मामलों में चार्जशीट करके अपराधियों को अदालतों से सज़ा दिलाने , थाने का रिकॉर्ड और उनका रख रखाव , वहां आने वाली शिकायतों का निपटारा करना आदि मापदंडों को इस योजना का आधार बनाया गया है. जो थाना इन मापदंडों पर बेहतरीन साबित होगा उसको सर्वश्रेष्ठ थाने (best police station ) घोषित करके सम्मान दिया जाएगा और शानदार नतीजा देने वाले पुलिसकर्मियों को पुरस्कृत किया जाएगा . घोषित करके किया जाएगा.
पुलिस कमिश्नर अंकुश शिंदे ( police commissioner ankush shinde ) का मानना है कि ‘ सर्वश्रेष्ठ थाना योजना ‘ पुलिकर्मियों के बीच ‘स्वस्थ प्रतियोगिता’ बढ़ाएगी जिसका लाभ अंतत आम लोगों को ही मिलेगा . ज्यादा से ज्यादा आपराधिक मामलों को सुलझाना , अपराधों की रोकथाम के असरदार उपाय अपनाना , दर्ज मामलों में चार्जशीट करके अपराधियों को अदालतों से सज़ा दिलाने , थाने का रिकॉर्ड और उनका रख रखाव , वहां आने वाली शिकायतों का निपटारा करना आदि मापदंडों को इस योजना का आधार बनाया गया है. जो थाना इन मापदंडों पर बेहतरीन साबित होगा उसको सर्वश्रेष्ठ थाने (best police station ) घोषित करके सम्मान दिया जाएगा और शानदार नतीजा देने वाले पुलिसकर्मियों को पुरस्कृत किया जाएगा . घोषित करके किया जाएगा.
नासिक में अपराध :
महाराष्ट्र में मुंबई से सटे नासिक में हत्या , हत्या की चेष्टा , लूटपाट , घरों में सेंधमारी आदि अपराधों के आंकड़ों में वृद्धि देखी गई है .नासिक में बढ़ते अपराधों के आंकड़ों के बारे में पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इसके पीछे एक बड़ा कारण यह भी है कि यहाँ के थानों में आने वाली शिकायतों को दर्ज करने पर ज़ोर दिया गया है ताकि मामलों की तहकीकात करके अपराधियों तक पहुंचा जा सके. सम्पत्ति की चोरी संबंधी मात्र 25 फीसदी मामलों की गुत्थी सुलझने के पीछे कार के बारे में पुलिस का कहना है कि ऐसे केस में अपराधी को पीड़ित या किसी ने देखा नहीं होता इसलिए अपराधी की पहचान न हो पाने से दिक्कत पेश आती है . नासिक में इंदिरा नगर , गंगापुर , सतपुर , मुंबई नाका , नासिक रोड , देवलाली कैंप , उपनगर आदि कुल 13 थाने हैं .
महाराष्ट्र में मुंबई से सटे नासिक में हत्या , हत्या की चेष्टा , लूटपाट , घरों में सेंधमारी आदि अपराधों के आंकड़ों में वृद्धि देखी गई है .नासिक में बढ़ते अपराधों के आंकड़ों के बारे में पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इसके पीछे एक बड़ा कारण यह भी है कि यहाँ के थानों में आने वाली शिकायतों को दर्ज करने पर ज़ोर दिया गया है ताकि मामलों की तहकीकात करके अपराधियों तक पहुंचा जा सके. सम्पत्ति की चोरी संबंधी मात्र 25 फीसदी मामलों की गुत्थी सुलझने के पीछे कार के बारे में पुलिस का कहना है कि ऐसे केस में अपराधी को पीड़ित या किसी ने देखा नहीं होता इसलिए अपराधी की पहचान न हो पाने से दिक्कत पेश आती है . नासिक में इंदिरा नगर , गंगापुर , सतपुर , मुंबई नाका , नासिक रोड , देवलाली कैंप , उपनगर आदि कुल 13 थाने हैं .
कौन हैं आईपीएस अंकुश शिंदे :
आईपीएस अंकुश शिंदे ( ips ankush shinde ) को दिसंबर 2022 में नासिक का पुलिस कमिश्नर बनाया गया था. अंकुश भारतीय पुलिस सेवा ( ips ) के महाराष्ट्र कैडर के 2003 बैच के अधिकारी हैं . श्री शिंदे पहले पिंपरी चिंचवड़ के पुलिस कमिश्नर थे. अप्रैल 2022 में उनको आईपीएस कृष्ण प्रकाश की जगह वहां तैनात किया गया था. सिर्फ आठ महीने के अरसे में शिंदे ने अवैध धंधों के खिलाफ कार्रवाई कर कई लोगों को चौंका दिया था. अंकुश शिंदे की विशेष महानिरीक्षक , सुधार ( special ig – reforms) के पद पर मुंबई में भी तैनाती रही . नासिक उनके लिए कतई नया नहीं है . अंकुश शिंदे 2016-17 में नासिक ( ग्रामीण ) के पुलिस अधीक्षक भी रहे थे. उनके उस कार्यकाल में काफी मामले सुलझे थे. उनको यहीं से तरक्की देकर उप महानिरीक्षक ( डी आई जी ) बनाया गया था.