भारत की राजधानी दिल्ली की क़ानून व्यवस्था की ताज़ा ताज़ा कमान सम्भालने के पहले वीकेंड की रात में ही आईपीएस अधिकारी बालाजी श्रीवास्तव थानों में अचानक जा धमके. रास्ते में जहां भी पुलिस नाका मिला या गश्त करते जवान मिले, उनसे बात की, दुःख तकलीफ और सुविधाओं के बारे में पूछा. कुछ तारीफ करके हौसला बढ़ाया तो कुछ को खबरदार भी किया.
सादा वर्दी में सड़कों पर निकले नये पुलिस कमिश्नर के साथ उनकी स्टाफ ऑफिसर डीसीपी वर्षा शर्मा थीं जो तमाम तरह की निर्देशों को पालन कराने के लिए उन्हें नोट करती जा रही थीं. पुलिस कमिश्नर बालाजी श्रीवास्तव ने आर के पुरम, साउथ कैंपस और दरियागंज थानों का दौरा किया. यहाँ वे उन नागरिकों से मिले जो शिकायत लेकर आये हुए थे, बालाजी श्रीवास्तव ने उन्हें एकीकृत शिकायत निगरानी प्रणाली (आई सी एम एस – ICMS) के बारे में बताया. उनकी शिकायत जानने के साथ साथ पुलिस कमिश्नर ने वहां मौजूद लोगों को ई – शिकायत (e – complaint ) के बारे में बताया जो दिल्ली पुलिस की वेबसाइट पर के जरिये घर बैठे बैठे ही की जा सकती है.
दिल्ली पुलिस के कमिश्नर बालाजी श्रीवास्तव ने रात में गश्त करने वाले पुलिसकर्मियों को मिलने वाली सुविधाओं और उनके कल्याण के लिए किये गए उपायों के बारे में पूछताछ की और तमाम जिलों के उपायुक्तों (डीसीपी) से इस पहलू को खुद देखने के लिए कहा ताकि बल की हौसला अफजाई में कमी न रहे.
नये पुलिस कमिश्नर ने ऐतिहासिक लाल किले के सुरक्षा बन्दोबस्त की जांच की और उत्तर प्रदेश सीमा पर गाजीपुर तक गये जहां, नये कृषि कानूनों के विरोध में किसान अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं.
पुलिस कमिश्नर का ये औचक रात्रि दौरा ट्रैफिक पुलिस में तैनात उन इन्स्पेक्टर पुष्पलता के लिए सुखद अहसास वाला रहा जिन्होंने 26 जनवरी को किसानों की निकाली ट्रेक्टर रैली के दौरान भीड़ से निपटने के लिए बेहतरीन काम किया. उस दिन इंस्पेक्टर पुष्प लता अक्षरधाम के पास तैनात थी और उन्होंने हालात से निपटने में साहस और सूझबूझ का परिचय दिया था.