शूटर से पुलिस अफसर बनीं अवनीत कौर ने कुछ इस तरीके से संभाली नई ज़िम्मेदारी

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पीएपी जलंधर में आगमन पर स्वागत

अभी तक पंजाब के फाजिल्का जिले की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ( एसएसपी ) रही अवनीत कौर सिद्धू ने जलंधर स्थित पंजाब सशस्त्र पुलिस की 27 बटालियन की कमान  सम्भाली है. अवनीत अन्तर्राष्ट्रीय निशाने बाज़ हैं. सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने वाली अवनीत कौर सिद्धू ने कमांडेंट के तौर पर मिली अपनी नई ज़िम्मेदारी को ,  सीखने का एक और मौका बताया है . एक खिलाड़ी और पुलिस अधिकारी होने के साथ साथ साहित्य में उनकी रूचि , लेखन और समाज में होने वाली घटनाओं को लेकर उनकी बेबाक प्रतिक्रिया भी अवनीत कौर सिद्धू को लोकप्रिय बनाती है. उनके पति  राजपाल सिंह भी पंजाब पुलिस में अधिकारी हैं. जो अंतर्राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी हैं और  भारतीय हॉकी टीम के  कप्तान भी रहे हैं.

देश और समाज में होने वाली घटनाओं पर प्रतिक्रिया स्वरुप  सोशल मीडिया पर पोस्ट  ( social media post) लिखते समय  खरी खरी कहने  के कारण कभी कभार अवनीत कौर सिद्धू ( avneet kaur sidhu) ने शासन तंत्र या वरिष्ठों की नाराज़गी भी मोल ली है . लेकिन सचाई , दृढ़ता और सभ्य तरीके से अवनीत कौर सिद्धू ने इस नाराज़गी का सामना भी किया है . महिला अधिकारों को लेकर सजग और महिलाओं की मदद करने की उनकी फितरत उनके काम और सामाजिक जीवन में झलकती है . हाल ही में मणिपुर में हुई घटनाओं को लेकर , आयरन लेडी के नाम से मशहूर एक्टिविस्ट इरोम शर्मीला का इंडियन एक्प्रेस में प्रकशित वह लेख भी अवनीत कौर सिद्धू ने शेयर किया है जिसमे मणिपुर की वर्तमान स्थिति  ( manipur situation )  को लेकर अफ़सोस बयान किया गया है और विभिन्न सरकारों की तरफ से समस्त पूर्वोत्तर राज्यों की उपेक्षा वाले रवैए की आलोचना की गई है . इरोम शर्मीला वही महिला है जिन्होंने मणिपुर से आर्म्ड फोर्सेस स्पेशल पॉवर एक्ट (AFSPA) हटाने के लिए 16 साल तक  भूख हड़ताल की थी .

शस्त्रागार का निरीक्षण

इससे पहले मई में अवनीत कौर सिद्धू ने अंतराष्ट्रीय भारतीय महिला पहलवानों ( international women wrestlers) के दिल्ली में चल रहे धरने को जबरन हटाए जाने की घटना के बाद रोष प्रकट करते हुए ज़बरदस्त प्रतिकिया व्यक्त करते हुए ट्वीट किया था .  यह प्रतिक्रिया उन तस्वीरों पर थीं जिनमें दिल्ली पुलिस उन महिला पहलवानों को काबू करने की कोशिश कर रही थी जोकि नए संसद भवन की तरफ बढ़ रही थीं. उस दिन प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ( pm modi )ने  नए संसद भाव का उद्घाटन करना था और महिला पहलवान भारतीय कुश्ती संघ के तत्कालीन अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ चल रहे अपने आन्दोलन की आवाज़ संसद तक पहुंचना चाहती थी. केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी  ( bjp) के सांसद बृज भूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों के यौन शोषण का इलज़ाम है जिसकी एफ आई आर दिल्ली पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ही दर्ज की थी लेकिन पुईस ने बीजेपी सांसद को गिरफ्तार नहीं किया था. आंदोलन गिरफ्तारी को लेकर जारी था .

अवनीत कौर के इस ट्वीट ( avneet kaur tweets) पर वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी और पंजाब पुलिस  के एडीजीपी ( कानून व्यवस्था )  गुरिंदर सिंह ढिल्लों ( ips gurinder singh dhillon )   ने प्रतिक्रिया स्वरूप  दिल्ली पुलिस की कार्रवाई को सही बताते हुए हिमायत करते हुए ट्वीट किया था. अवनीत कौर सिद्धू ने इस पर भी उनको सम्मान के साथ जवाब दिया था. जिसमें कहा था कि  बेशक पुलिस का काम कानून व्यवस्था बनाने के लिए  24 घंटे सातों दिन अपनी ड्यूटी करना है लेकिन ओलम्पिक खिलाड़ियों की ऐसी तस्वीरें देखकर दिल को ठेस लगती है .

पढ़ाई भी , खेल भी :
राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खेल मुकाबलों में 100 से भी ज्यादा मेडल जीतने का गौरव हासिल कर चुकी  अवनीत कौर सिद्धू शानदार निशाने बाज़ हैं . 1981 में पंजाब के बठिंडा में पैदा हुई  अवनीत कौर ने सेंट जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल ( बठिंडा ) से पढ़ाई की और 2001 में बादल गांव स्थित दशमेश गर्ल्स कॉलेज से निशानेबाजी शुरू की. अवनीत कौर अंग्रेज़ी साहित्य में स्नातकोत्तर की डिग्री भी  ली .  उन्होंने  6 साल के भीतर निशानेबाजी  के करियर में ही शानदार मुकाम हासिल किया. ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में 2006 में हुए 18 वें कॉमनवेल्थ गेम्स (18th Commonwealth Games – 2006) में उन्होंने सिल्वर मेडल और गोल्ड मेडल जीते थे . उनको अर्जुन पुरस्कार से भी नवाज़ा जा चुका है . अवनीत कौर ने एयर इंडिया में बतौर सहायक प्रबंधक काम किया लेकिन उनकी योग्यता और खेल में उपलब्धियों को देखते हुए पंजाब पुलिस ने उनको अपने यहां नौकरी का ऑफर दिया था.

फाजिल्का से पीएपी तक :
फाजिल्का से हाल ही में तबादले के वक्त अवनीत कौर सिद्धू   भावुक हो गईं थीं जिसका इज़हार उनकी फेसबुक पोस्ट में भी मिलता है . इसमें उन्होंने अपना दर्द भी बयां किया है. अवनीत कौर ने  इस पोस्ट में लिखा ,  ”फाजिल्का की  मेरे प्रोफेशनल करियर में खास जगह  है, मुझे एसपी  के तौर पर डेढ़ साल और जिला पुलिस प्रमुख के तौर पर पांच महीने काम करने का मौका मिला. ”

अवनीत कौर ने लिखा ,  ” यहां पोस्टिंग करते वक्त  मुझे ऐसा लगा जैसे मैं अपने परिवार से मिलने जा रही हूं.  मैं इस जिम्मेदारी को पूरा करने के मिले मौके के लिए बहुत आभारी हूं. इस  जिम्मेदारी को निभाते हुए मैंने  कड़ी मेहनत की, लोगों के बीच जाकर उनकी समस्याएं सुलझाने की कोशिश की. गर्व से कह सकती हूं कि मैंने अपना फर्ज़ पूरी ईमानदारी से निभाया है.’
इसी पोस्ट में उन्होंने जाने अनजाने  काम में होने वाली गलतियों और उन पर होने वाले अफ़सोस का ज़िक्र करते हुए कहा कि  ईमानदारी का रास्ता आसान नहीं है, लेकिन हमेशा यही रास्ता अपनाना, चाहे कितना भी कठिन क्यों न हो.  मैंने अपने परिवार से यही सीखा हैं.”

जलंधर में नई ज़िम्मेदारी सम्भालते ही अवनीत कौर सिद्धू ने कुछ तस्वीरें शायर की हैं जो बताती हैं कि पीएपी परिसर में आधुनिक हिसाब से काफी कुछ किए जाने की गुंजायश है . विभिन्न विभागों का दौरा करते हुए अवनीत कौर से यहां के कार्मिकों से जानकारियाँ लेते हुए संभवत कुछ निर्देश भी दिए.

हालात का जायज़ा

 

क्या है पीएपी :
पंजाब सशस्त्र पुलिस  ( पीएपी – pap ) जलंधर  का शानदार इतिहास रहा है. यहां पीएपी का मुख्यालय है.  पुलिसकर्मियों को हथियार चलाने से लेकर  महत्वपूर्ण पेचीदगी भरे काम करने की ट्रेनिंग भी दी जाती है . सीमा सुरक्षा बल ( border security force) के गठन से पहले पाकिस्तान से सटे सरहदी संवेदनशील इलाकों पर पी ए पी ही निगहबानी करती थी . पीएपी जलंधर में  तमाम तरह के  खेलों की भी सुविधाएं है और इस संस्थान ने कई खिलाड़ी भी दिए हैं . एक विशाल आवासीय परिसर के साथ स्कूल अस्पताल आदि तमाम सुविधाएं यहां पर हैं .