भारतीय चुनाव आयोग (election commission of india) ने मंगलवार को महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले राज्य के पुलिस महानिदेशक पद पर संजय कुमार वर्मा को तैनात किया है . उनको रश्मि शुक्ला के स्थान पर महाराष्ट्र का पुलिस प्रमुख बनाया गया है जबकि रश्मि शुक्ला को जबरन छुट्टी पर भेज दिया गया है .
संजय कुमार वर्मा ( ips sanjay kumar verma ) भारतीय पुलिस सेवा के महाराष्ट्र कैडर के 1990 बैच के अधिकारी हैं और अभी तक महाराष्ट्र में पुलिस के कानूनी और तकनीकी विंग के महानिदेशक के रूप में कार्यरत थे .
संजय वर्मा ने महाराष्ट्र के डीजीपी के रूप में कार्यभार संभालने के बाद कहा, “मुझे इतनी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देने के लिए मैं चुनाव आयोग को धन्यवाद देना चाहता हूं. स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराना हमारा फर्ज़ है. हम सुनिश्चित करेंगे कि सब कुछ निष्पक्ष रूप से हो. पुलिस को भी पूरी तटस्थता के साथ काम करना चाहिए ताकि कोई भी कोई सवाल न उठा सके.”संजय वर्मा का नाम पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पद के उम्मीदवारों की सूची में सबसे आगे था . उनको अप्रैल 2028 में सेवानिवृत्त होना है . वहीं आईपीएस रश्मि शुक्ला को विपक्षी दलों की आलोचना के बाद एक महीने के लिए अनिवार्य अवकाश पर भेज दिया गया है.
राज्य के मुख्य सचिव को लिखे अपने पत्र में, चुनाव आयोग के सचिव एस के दास ने कहा, “…मुझे यह बताने का निर्देश दिया गया है कि आयोग ने पैनल पर विचार किया है और संजय कुमार वर्मा, आईपीएस (महाराष्ट्र:1990) के नाम को महाराष्ट्र के डीजीपी के पद पर नियुक्ति के लिए मंजूरी दे दी है.”उत्तर प्रदेश के रहने वाले और मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक संजय वर्मा ने पहले देवेंद्र फडणवीस सरकार के दौरान चार साल तक महाराष्ट्र आवास और क्षेत्र विकास प्राधिकरण (म्हाडा) के साथ कोल्हापुर रेंज के महानिरीक्षक और मुख्य सतर्कता अधिकारी (सीवीओ) के रूप में कार्य किया था।
महानिदेशक के रूप में उनकी पदोन्नति के बाद, उन्हें डीजी कानूनी और तकनीकी बनाया गया. आईजी कोल्हापुर के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने वरिष्ठ कम्युनिस्ट नेता गोविंद पनसारे की हत्या की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) का नेतृत्व किया.एक अधिकारी ने बताया कि वर्मा चुनाव तक प्रभारी रहेंगे. बाद में, सत्ता में आने वाली नई सरकार तय करेगी कि वह जारी रहेंगे या शुक्ला को डीजीपी के रूप में वापस लाया जाएगा. वैसे सूत्रों ने कहा कि अगर महायुति सरकार सत्ता में आती है, तो शुक्ला को वापस लाया जा सकता है, जबकि महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार आती है, तो वर्मा को पद पर बने रहने के लिए कहा जा सकता है. यूं रश्मि शुक्ला तो रिटायर हो चुकीं हैं लेकिन उनको सेवा विस्तार दे दिया गया था ताकि वह पुलिस प्रमुख बनी रहें .