भारत के हरियाणा राज्य के रेवाड़ी ज़िले में 19 वर्षीया कालेज छात्रा के अपहरण और गैंग रेप के केस में, राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के दखल के बाद, आज 16 सितम्बर को पुलिस अधीक्षक राजेश दुग्गल का तबादला कर दिया गया है. उनकी जगह राहुल शर्मा को रेवाड़ी का पुलिस अधीक्षक (एसपी) बनाया गया है. वहीं इस केस में भारतीय सेना के जवान पंकज के सन्दर्भ में सेना की दक्षिण पश्चिम कमांड के जनरल आफिसर कमांडिंग इन चीफ (GOC in Chief) लेफ्टिनेंट जनरल चेरिश मैथ्सन ने कहा है कि सेना उसे पकड़वाने में हर मुमकिन मदद करेगी. वहीं सरकार ने इस मामले के तीनों अभियुक्तों की गिरफ्तारी पर एक लाख रुपये के इनाम का ऐलान किया है. पंकज मुख्य अभियुक्त है.
वांछित अभियुक्तों में से एक पंकज सिंह सेना का जवान है और राजस्थान में तैनात था. लेफ्टिनेंट जनरल चेरिश मैथ्सन ने कहा है कि अगर कोई सैनिक अपराध में शामिल है तो हम उसे पकड़वाने और गिरफ्तार कराने में मदद करेंगे. उन्होंने कहा कि हम अपराधियों को पनाह नहीं देते. हरियाणा के पुलिस महानिदेशक बीएस संधु ने कहा है कि उसकी गिरफ्तारी के वारंट लिए जा रहे हैं और बाकी दो अभियुक्त नीशु और मनीष भी जल्द पकड़ लिए जायेंगे. इस केस की संवेदनशीलता को देखते हुए विशेष जांच दल से जांच कराई जा रही है जिसमे कम से कम तो दस सब इंस्पेक्टरों की टीम लगाई गई है.
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नूह एसपी नाजनीन भसीन ने रविवार रात ने गैंगरेप मामले में बताया कि, 30 घंटे के अंदर पुलिस ने तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है. पहला अभियुक्त दीनदयाल जिसे गिरफ्तार किया गया है वह उस ट्यूबवेल का मालिक है जहाँ यह घटना हुई. पकडा गया दूसरा अभियुक्त संजीव है जो डाक्टर है. संजीव ने आरोपितों की मदद की थी. तीसरा अभियुक्त मुख्य आरोपित नीशू है जिसने साजिश रची और बाद में डाक्टर को बताया. दो अभियुक्त अभी फरार हैं जिसमें एक सेना का जवान पंकज है. उसे भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
इस घिनौनी वारदात का शिकार हुई छात्रा बहुत मेधावी है और वो सीबीएससी बोर्ड परीक्षा की टापर रही है. बुधवार यानि 12 सितम्बर की सुबह को वह महेंद्रगढ़ में पढ़ने के लिए कोचिंग सेंटर गई थी. कनीना बस स्टैंड पर जब वह बस का इंतज़ार कर रही थी तब लिफ्ट देने के बहाने अभियुक्त युवकों ने उसे कार में बिठा लिया जिनमें से पंकज को वह जानती थी. कार में रास्ते में जब उसे पानी पीने को दिया गया तो उसे पीने के बाद छात्रा बेहोश हो गई. इसके बाद उन्होंने युवती को हवस का शिकार बनाया और फिर कनीना बस अड्डे के पास फेंक कर चले गये.
इस मामले में महिला पुलिस थाने में जीरो FIR दर्ज करके केस कनीना थाने में ट्रांसफर किया. छात्रा के परिवार वाले का इल्जाम है कि जब वे कनीना गये तो थाने वालों ने कहा कि अपराध उनके इलाके में नहीं हुआ. लिहाज़ा जांच में देरी भी हुई. छात्रा को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
इस मामले पर बवाल होने के बाद जब सुर्खियाँ बनी तब मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी हस्तक्षेप किया. विशेष जांच दल (SIT) गठित किया गया जिसका इंचार्ज पुलिस अधीक्षक नाज़नीन भसीन को बनाया गया है. पुलिस का कहना है कि वारदात के फ़ौरन बाद ही अपहरण और गैंग रेप केस के तीनों अभियुक्त पंकज, मनीष और नीशु उस इलाके से गायब हो गये थे.
We have arrested 2 people; Deen Dayal the owner of the area where incident took place & Dr. Sanjeev who provided first-aid to victim. They have given a lot of info. We are working on that information. Main accused will be arrested very soon: #Haryana DGP on #Rewari gang-rape case pic.twitter.com/5C1lmI6YW3
— ANI (@ANI) September 16, 2018