भारतीय पुलिस सेवा के मध्य प्रदेश कैडर की अधिकारी सिमाला प्रसाद अब रघुबीर यादव और मुकेश तिवारी अभिनीत आगामी फिल्म – द नर्मदा स्टोरी – में मुख्य भूमिका निभाएंगी. द नर्मदा स्टोरी फिल्म सच्ची घटनाओं पर आधारित है जिसमें सिमाला प्रसाद जांच अधिकारी की भूमिका निभा रही हैं.
अलिफ़ और नक्काश जैसी फिल्मों के लिए वाहवाही बटोरने वाले जैगम इमाम ‘द नर्मदा’ स्टोरी के निर्देशक हैं जबकि रघुबीर यादव, मुकेश तिवारी और अंजलि पाटिल अहम भूमिका में हैं. फिल्म की शूटिंग मध्य प्रदेश में की गई है.
हिंदी सिनेमा में आमतौर पर दिखाई देने वाले रुझान से हटकर , ‘द नर्मदा स्टोरी’ ( the narmada story ) असली जिंदगी की घटनाओं पर आधारित एक सस्पेंस थ्रिलर है. यह अभिनेताओं को जीवन से बड़े व्यक्तित्व के रूप में पेश करती हैं.
अपनी भूमिका के बारे में बोलते हुए, आईपीएस अधिकारी सिमाला प्रसाद ने कहा कि पुलिस उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण पहलू है जहां कई अधिकारी विभिन्न रचनात्मक दृष्टिकोणों के माध्यम से विभाग को आगे बढ़ाने के लिए जीतोड़ कोशिशें कर रहे हैं.
सिमाला प्रसाद का कहना है कि वह अपने गृह राज्य मध्य प्रदेश के प्रतिष्ठित अनुभवी कलाकारों के साथ काम करके वह खुश हैं. साल 2010 में आईपीएस सेवा में आई सिमाला प्रसाद का मानना है कि यह फिल्म कई मायनों में आंखें खोलने का काम करेगी.
कौन हैं सिमाला प्रसाद :
संघ लोक सेवा आयोग ( union public service commission – यूपीएससी ) की सिविल सेवा का इम्तेहान निश्चित रूप से भारत के सबसे मुश्किल इम्तहानों में से एक है. इसे पास करने के लिए उम्मीदवारों को रोज़ाना घंटों की पढ़ाई के दौर से गुजरना पड़ता है. जहां कुछ लोगों को यूपीएससी सीएसई परीक्षा पास करने के लिए कई कोशिशें करनी पड़ती है , वहीं कुछेक लोग पहली ही कोशिश में पास हो जाते हैं. ऐसी ही एक शख्स हैं आईपीएस सिमाला प्रसाद, जिन्होंने अपने पहले ही प्रयास में यूपीएससी परीक्षा पास कर ली. इतना ही नहीं, उन्होंने बिना कोचिंग के परीक्षा पास की.
2010 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं और वर्तमान में मध्य प्रदेश में तैनात हैं.
अक्टूबर 1980 में भोपाल में जनमी सिमाला प्रसाद ने सेंट जोसेफ को-एड स्कूल से पढ़ाई की. इसके बाद उन्होंने ग्रेजुएशन में बीकॉम की पढ़ाई की और उसके बाद उन्होंने बरकतुल्लाह यूनिवर्सिटी, भोपाल से पोस्ट ग्रेजुएशन में समाजशास्त्र पढ़ा . कॉलेज पूरा करने के बाद सिमाला ने मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (mppsc) का इम्तिहान पास किया . उन्हें डिप्टी सुपरिंटेंडेंट ( dsp डीएसपी) के पद पर तैनात किया गया था. इस दौरान उन्होंने सिर्फ सेल्फ स्टडी करके यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू की और बाद में इसमें कामयाब रहीं.
आईपीएस सिमाला प्रसाद के पिता डॉ. भागीरथ प्रसाद 1975 बैच के आईएएस अधिकारी हैं, जो दो विश्वविद्यालयों के कुलपति भी रहे. यही नहीं डॉ प्रसाद 2014 से 2019 तक मध्य प्रदेश के भिंड से लोकसभा सदस्य रहे थे. सिमाला की मां मेहरुन्निसा परवेज एक जानी मानी लेखिका हैं.
सिमाला को बचपन से ही डांस और एक्टिंग का शौक था. अपने स्कूल-कॉलेज के दिनों में वह नाटकों और अन्य गतिविधियों में खूब शामिल लेती थीं. उन्होंने कुछेक फिल्मों में भी काम किया . लेकिन कभी भी सिविल सेवा में जाने के बारे में नहीं सोचा था लेकिन बाद में वह आईपीएस अधिकारी बन गई .