कोरोना वायरस संकट से निपटने के लिए पंजाब के पटियाला में कर्फ्यू लागू कराने के दौरान निहंग के हमले में हाथ गंवाने वाले पंजाब पुलिस के सहायक उप निरीक्षक (एएसआई-ASI) हरजीत सिंह को तरक्की देकर उपनिरीक्षक (सब इन्स्पेक्टर-SI) बना दिया गया है. सशस्त्र हमले में साहस का परिचय देते हुए फर्ज़ का पालन करने और हमलावरों का सामना करने वाले अन्य पुलिसकर्मियों को भी पुलिस महानिदेशक की तरफ से सम्मानित किया जाएगा. ये पुलिसकर्मी हैं : इंस्पेक्टर बिक्कर सिंह जो पटियाला सदर थाने के एसएचओ हैं. एएसआई रघबीर सिंह और एएसआई राज सिंह.
उपरोक्त फैसला चण्डीगढ़ में पंजाब के पुलिस महानिदेशक दिनकर गुप्ता ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ सलाह मशविरा करने के बाद बृहस्पतिवार को लिया.
उल्लेखनीय है कि 12 अप्रैल की सुबह पटियाला में कर्फ्यू के दौरान सब्जी मंडी में आवाजाही नियंत्रित करने, सोशल डिस्टेन्स बनाये रखने आदि जैसे नियमों का पालन करवाने की ड्यूटी पर तैनात इन पुलिकर्मियों पर तब हमला किया था जब इन्होंने कार में जा रहे निहंग को रोका था. कार सवार निहंगों से कर्फ्यू पास माँगा गया था जो उनके पास नहीं था. इस घटना में निहंग ने तलवार से हमला करके एएसआई हरजीत सिंह का बायाँ हाथ कलाई से काट कर अलग कर डाला था. उसी दिन चण्डीगढ़ स्थित पीजीआई अस्पताल के डॉक्टरों ने लगातार 7 घंटे से ज़्यादा लगाकर ऑपरेशन करके एएसआई हरजीत सिंह का हाथ वापस लगा दिया था.
इस घटना के वक्त पुलिस दल के साथ ड्यूटी पर तैनात मंडी बोर्ड के अधिकारी यादविंदर सिंह को भी पुलिस महानिदेशक के प्रशंसापत्र और डिस्क से सम्मानित किया जायेगा. इस तरह का सम्मान दिए जाने के तय नियमों के मुताबिक़ किसी गैर वर्दीधारी सरकारी कर्मचारी को ऐसा सम्मान दिया जाना अपवाद है. असल में यादविंदर सिंह सब्जीमंडी में तैनात की गई मंडी कमेटी और पुलिस की संयुक्त टीम के सदस्य थे.
पुलिस महानिदेशक दिनकर गुप्ता ने कहा है कि ये तरक्की और सम्मान उत्कृष्ट किस्म की कर्तव्यपरायणता, उकसावे के बावजूद सब्र, साहस और सूझबूझ का प्रदर्शन करने के लिए दिए गये हैं. ये ऐसी घटना है जो पुलिसकर्मियों बेख़ौफ़ होकर अपनी ड्यूटी करने को प्रेरित करती है.