पंजाब के शाही शहर पटियाला में कोविड 19 संकट के दौरान कर्फ्यू के बीच पुलिस दल पर हुये हमले की अफ़सोसनाक घटना के सन्दर्भ में दो ख़ास बातें और सामने आई हैं. निहंगों की वेशभूषा में अपराधी प्रवृत्ति के गिरोह के हमले में पंजाब पुलिस के सहायक उप निरीक्षक (एएसआई ASI) हरजीत सिंह का काटा गया हाथ कामयाब ऑपरेशन के बाद जोड़ दिया गया है. वहीं इस मामले में पंजाब सरकार और पुलिस ने अभूतपूर्व रुख अख्तियार करते हुए ऐलान किया है कि इस केस को फास्ट ट्रैक अदालत में चलाया जाएगा. साथ ही 10 दिन में इस केस का ट्रायल शुरू हो जायेगा.
एएसआई हरजीत सिंह का जो बायाँ हाथ रविवार को तेज तलवार के हमले में काट कर अलग कर डाला गया था उसे राजधानी चंडीगढ़ स्थित पीजीआई अस्पताल के विशेषज्ञ सर्जनों की टीम ने कई घंटे की मशक्कत के बाद जोड़ दिया है. डॉ सुनील गाबा के नेतृत्त्व में आठ डॉक्टरों और तीन नर्सों की टीम ने बेहद सफाई और तमाम बारीकियों के साथ, कलाई से कटे 50 वर्षीय एएसआई हरजीत सिंह के, हाथ को जोड़ने की सर्जरी की है. पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इसके लिए पीजीआई के निदेशक और डॉक्टरों की टीम को धन्यवाद दिया है. उन्होंने अपने संदेश में कहा है ,” मुझे ये बताते हुए ख़ुशी हो रही है कि पीजीआई में साढ़े सात घंटे तक चले लम्बे ऑपरेशन के बाद एएसआई हरजीत सिंह की कलाई जोड़ दी गई है. मैं डाक्टरों और सपोर्ट स्टाफ की पूरी टीम का धन्यवादी हूँ जिन्होंने पूरी मेहनत से प्रयास किया. एएसआई हरजीत सिंह के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूँ.”
वहीं दूसरी तरफ पंजाब पुलिस के प्रमुख और महानिदेशक आईपीएस दिनकर गुप्ता ने ट्वीट करके कहा है कि इस मामले में गिरफ्तार 11 लोगों के खिलाफ तीन अलग अलग केस दर्ज किये गए है. पुलिस ऐसे हमलो को बर्दाश्त नहीं करेगी और जो कोई पुलिस पर हमला करेगा वो इसका अंजाम जल्द ही भुगतेगा. डीजीपी दिनकर गुप्ता ने अपने संदेश में कहा , ” तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए 10 दिन में जांच पूरी करके फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में केस चलाया जाएगा .” डीजीपी ने सर्जरी के बाद एएसआई हरजीत सिंह से सर्जन से भी फोन पर बात करने के बाद कहा कि फिर से लगाये गये हाथ के बारे में पांच दिन बाद कुछ बताया जा सकेगा.
पुलिस ने हमले के सिलसिले में खिचड़ी साहब गुरूद्वारे में निहंगों के अड्डे से घातक हथियार , बरछे , तलवारें , पेट्रोल बम के अलावा नशीले पदार्थों से भरी पांच बोरियां और 39 लाख रुपये की नकदी बरामद की है. इसके अलावा इन्होंने हमले , आग लगाने और धमाके करने के मकसद से एलपीजी सिलेंडरों का इस्तेमाल करने का भी प्लान बनाया था. ये गुरुद्वारा और डेरा में रोड से दूर खेत में बनाया गया था .पुलिस ने बताया कि इस डेरे का प्रमुख बाबा बलविंदर सिंह है जिसने पुलिस के कहने के बावजूद सरेंडर नहीं किया था. जवाबी कार्रवाई में उसका साथी निहंग निर्भव सिंह घायल हो गया था. गिरफ्तार अभियुक्तों में पांच वो थे जिन्होंने सनौर में सब्ज़ी मंडी के बाहर पुलिस दल पर बेरहमी से हमला किया था. एएसआई का हाथ कटने के अलावा इस हमले में तकरीबन सभी पुलिसकर्मियों को चोटें आई थीं.