पंजाब में संगठित होकर बड़ी वारदात करने वाले गिरोहों से निबटने के लिए एंटी गैंगस्टर टास्क फ़ोर्स (anti gangster task force) का गठन किया गया है. भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी (ips officer) प्रमोद बान को इसकी कमान सौंपी गई है. इसके अलावा भी पंजाब पुलिस में कुछ और फेरबदल का एलान किया गया है. इसके साथ ही पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने राज्य के सभी शहरों के पुलिस आयुक्तों (police commissioners) और ज़िलों के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों (एसएसपी – SSP) को पत्र लिखा है जिसमें कहा गया है कि वे खुद व्यक्तिगत तौर पर गैंगस्टरों के खिलाफ अभियान छेड़ें और उन अभियानों का नेतृत्व करें.
स्पेशल क्राइम एंड इकोनमिक ओफेंसस विंग के प्रभारी अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक प्रमोद बान को नवगठित एंटी गैंगस्टर टास्क फ़ोर्स (एजीटीएफ़-agtf) का इंचार्ज बनाया गया है. दो और वरिष्ठ अधिकारियों आईपीएस गुरप्रीत सिंह भुल्लर और गुरमीत सिंह चौहान को भी एजीटीएफ़ में तैनात किया गया है. गुरप्रीत भुल्लर लुधियाना के पुलिस कमिश्नर हैं और वह एजीटीएफ़ में डीआईजी (dig – उप महानिरीक्षक) होंगे जबकि गुरमीत सिंह चौहान सहायक महानिरीक्षक (एआईजी AIG). श्री चौहान अब तक संगठित अपराध नियंत्रण यूनिट (occu – ओसीसीयू) एसएएस नगर में तैनात थे. वहीँ खरड़ के पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी – DSP) बिक्रमजीत सिंह बराड़ को एजीटीएफ़ का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है.
पंजाब पुलिस पर अटूट भरोसा ज़ाहिर करते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने लिखा है कि पंजाब पुलिस ने पेशेवराना तरीके से वीर परम्पराओं का निर्वहन करते हुए देश सेवा की है. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार खत्म करने और पुलिस कल्याण के अलावा उनकी सरकार का पूरा ज़ोर क़ानून व्यवस्था की स्थिति को सुचारू रखने पर होगा. उन्होंने इस पत्र में एजीटीएफ़ के गठन का हवाला देते हुए कहा है कि इससे स्थानीय पुलिस अधिकारियों की अपराधियों पर लगाम लगाने की ज़िम्मेदारी कतई कम नहीं हो जाती. अपने इलाके में होने वाले अपराधों के लिए वे अधिकारी ज़िम्मेदार होंगे. सभी कमिश्नरों और एसएसपी को अपने इलाके के शातिर अपराधियों और भगोड़ों की धरपकड के लिए अभियान चलाना होगा. पत्र में स्पष्ट किया गया है कि एजीटीएफ खुफिया तौर पर अपराधियों के बारे में जुटाई गई जानकारी पर काम करेगी और उनके साथ तालमेल करेगी.