भारत के संघ शासित प्रदेश पुडुचेरी में पुलिस के कामकाज में आम लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने पर काम चल रहा है. दिलचस्प बात ये है कि ये शुरुआत दो महिलाएं मिलकर कर रही हैं. एक हैं पुडुचेरी की उपराज्यपाल और देश की पहली महिला आईपीएस का गौरव प्राप्त करने वाली किरण बेदी तो दूसरी हैं सुंदरी नंदा जिन्होंने कुछ ही दिन पहले पुद्दुचेरी की पुलिस प्रमुख और महानिदेशक का ओहदा सम्भाला है.
इस पहल का खुलासा करते हुए उपराज्यपाल किरण बेदी ने बताया कि बृहस्पतिवार को हुई इस बैठक में उनकी श्रीमती नंदा से पुलिस और कानून व्यवस्था से जुड़े जिन कई मुद्दों पर चर्चा हुई उनमें से, पुलिस के काम में जनता की भागीदारी भी एक है. उन्होंने बताया कि इस बैठक में उन तमाम रणनीतियों पर विचार किया गया जिन्हें अपनाकर पुलिस व्यवस्था को असरदार बनाया जा सके. अपराधों की रोकथाम करने और उनका समय पर पता लगाने से लेकर त्योहारों के प्रबन्धन में, पार्किंग व्यवस्था बनाने और अन्य तरह के निगरानी व पहरे, चौकसी जैसे काम में समाज के लोगों को स्वयंसेवक (वालंटियर) के रूप में जोड़ा जा सकता है. स्मार्ट सिटी की ज़रूरतों के मद्देनजर पुडुचेरी में बेहतर यातायात व्यवस्था, सड़क हादसों की रोकथाम, यातायात नियमों का पालन करवाने के लिए उठाये जाने वाले कदम और संचार व्यवस्था आदि जैसे विषय भी बातचीत में शामिल थे.
श्रीमती बेदी ने बताया कि पुलिस प्रशासन से जुड़े कुछ अहम पहलुओं पर भी चर्चा की गई. इनमें पुडुचेरी पुलिस के लिए पुलिस मैनुअल और प्रशिक्षण के हिसाब से तमिलनाडु से परस्पर सहयोग जैसे विषय भी थे.