चंद्रयान 3 की कामयाबी पर कश्मीर में सीआरपीएफ जवानों की ड्रिल से बड़े साहब ‘नाराज़ ‘ हुए

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इसरो के सम्मान में सीआरपीएफ जवानों की ड्रिल

जम्मू कश्मीर में तैनात केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल के जवानों ने  चन्द्रमा के दक्षिण ध्रुव पर चंद्रयान 3 की लैंडिंग पर ख़ुशी मनाते हुए एक मिनट की मजेदार ड्रिल की. इसके ज़रिये जवानों ने भारतीय अंतरीक्ष अनुसन्धान संगठन ( इसरो – ISRO ) को अनूठे अंदाज़ में बधाई दी. हालांकि चुस्ती , फूर्ती और शक्ति का प्रदर्शन करने या उसे परखने के लिए  सेना व पुलिस बलों के जवान इस तरह की  ड्रिल करते ही रहते हैं लेकिन  किसी खास मौके पर कलात्मक अंदाज़ में इसे उस तरह से करना कभी कभार ही होता है जिस तरह इन जवानों ने किया.

सीआरपीएफ के परिसर में खेल के मैदान जैसी जगह पर रखे पौधों के गमलों और ईंटों की मदद से मात्र 60 सेकंड्स में सीआरपीएफ जवानों ने शानदार डिजाइन बनाया. उन्होंने मैदान के बीचोबीच ईंटों की मदद से अंग्रेज़ी की वर्णमाला से ISRO लिखा. इसके आसपास के स्थान को गमलों से सज़ा दिया. तकरीबन 25 -30 जवानों को  दो टीम  में बांटकर यह ड्रिल की गई.  जवानों ने तय समय में ड्रिल पूरी की.  इसरो के सम्मान में उन्होंने चंद्रयान का जयकारा लगाया और अपनी बटालियन की भी जय जयकार की.

इसरो के सम्मान में सीआरपीएफ जवानों की ड्रिल

चन्द्रयान 3 की लैंडिंग की ख़ुशी मनाने वाली इस ड्रिल के लिए न कोई खर्चा किया गया , न अतिरिक्त साधन जुटाए गए  , न ही कोई काम  प्रभावित हुआ और न ही व्यवस्था बिगड़ी लेकिन आला अधिकारियों को इसका  तरीका  रास नहीं आया .

चन्दोद्रयान की लैंडिंग के दो दिन  बाद यानि  25 अगस्त को सीआरपीएफ के श्रीनगर मुख्यालय से इस पर नाराजगी  ज़ाहिर करने वाली भाषा में एक आदेश जारी किया गया. इसमें कहा गया कि चंद्रयान -3 के ‘ लांचिंग ‘ ( वैसे यह लैंडिंग होना चाहिए था ) के अवसर पर कुछ इकाइयों ने कार्यक्रम किये जिनमें विभिन्न रैंक के अधिकारी सम्मिलित हुए. आदेश में कहा  गया कि भविष्य में इस तरह के कार्यक्रम सेक्टर मुख्यालय की पूर्व अनुमति के नहीं होने चाहिए जिनमें जवान शामिल हों तथा इस आदेश का सख्ती से पालन किया जाए.