राजधानी दिल्ली आज बेहद दर्दनाक और शर्मनाक घटना का गवाह बनी. सड़क पर एक जख्मी पुलिसकर्मी खून से लथपथ बुरी तरह तड़प रहा था और उसे अस्पताल पहुंचाने के लिए कोई जहमत उठाने को तैयार न था. वो भी तब जबकि उसके साथी ट्रैफिक पुलिसकर्मी वहां से गुज़र रहे गाड़ी वालों से मदद की गुहार कर रहे थे. आखिर वहाँ से गुजर रहे एक और पुलिसकर्मी ने आगे आकर सहायता की और इंसानियत का फ़र्ज़ निभाते हुए जख्मी को पास के ही अस्पताल पहुंचाया.
इंसानियत को शर्मसार करने वाली ये घटना पूर्वी दिल्ली में दिल्ली-नोएडा लिंक रोड पर तब हुई जब वहां खुद राहगीरों और वाहन चालकों की सुरक्षा के लिए दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की टीम ज्यादा रफ्तार से जा रहे वाहनों को रोककर चालान कर रही थी. इसी दौरान एक वाहन चालक ने एक पुलिसकर्मी को इतनी जोर से टक्कर मारी कि वो उछल कर दूर जा गिरा. पुलिसकर्मी को काफी चोटें आई. इससे पहले कि कंट्रोल रूम या कोई और पुलिस वाहन/एम्बुलेंस आती, वहां तैनात घायल के बाकी साथी जल्दी से जल्दी उसे अस्पताल ले जाना चाहते थे क्यूंकि थोड़ी सा विलम्ब भी जोखिम भरा हो सकता था. इसलिए बाकी पुलिसकर्मी रास्ते से गुजरने वालों से मदद मांगने लगे लेकिन किसी ने रहम न खाया.
ये तो संयोग था कि तभी वहां से दिल्ली पुलिस के ही सहायक उपनिरीक्षक (ASI) मुनेश नागर गुजर रहे थे जिन्होंने अपनी कार से घायल पुलिसकर्मी को पास के ही वालिया नर्सिंग होम पहुंचाया. घटना के और विवरण की प्रतीक्षा है.
पुलिस के तीन हीरो… जो इस टैक्सी ड्राइवर के लिये भगवान हो गये!