मणिपुर में पुलिस अधिकारी आनंद कुमार की हत्या ने सुरक्षा बलों के लिए हालात चुनौतीपूर्ण बनाए

136
इंफाल में एसडीपीओ आनंद कुमार की अंतिम यात्रा

भारत में कई महीनों से हिंसा की चपेट में पूर्वोत्तर के राज्य मणिपुर में पुलिस और सुरक्षा बलों के लिए हालात चुनौतीपूर्ण होते जा रहे हैं . मंगलवार को यहां पुलिस अधिकारी एसडीपीओ आनन्द कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी गई . इस घटना से गुस्से सैंकड़ों की  भीड़ ने मणिपुर राइफल्स केकैम्प पर हमला कर डाला. उन्हें रोकने और खदेड़ने के लिए  पुलिस और सुरक्षा बलों को गोलियां तक चलानी पड़ीं. राजधानी इंफाल में अब 24 घंटे का कर्फ्यू लगा दिया गया है.

इम्फाल की मोरेह पुलिस सब डिविज़न के प्रभारी अधिकारी (SDPO) चिंगथम आनंद कुमार की हत्या को कायराना हरकत बताते हुए चारों तरफ निंदा की जा रही है . मणिपुर पुलिस के एसडीपीओ आनंद कुमार इम्फाल में रहते थे और इम्फाल के सैनिक स्कूल के छात्र रहे हैं . मंगलवार को सुबह वह मोरेह में ईस्टर्न शाइन स्कूल ( eastern shine school ) के  मैदान में हेलीपैड बनाए जाने के काम को देखने लिए वहां गए थे. यहां पुलिस और सीमा सुरक्षा बल मिलकर हेलीपेड बना रहे हैं.

मैदान को साफ़ व समतल करने के काम को देखने आनन्द कुमार गए थे . तभी किसी ने दूर से उन पर गोली चलाई. गोली उनके पेट में लगी . घायल आनंद कुमार को पास के क्लिनिक तक ले जाया गया लेकिन वह बच न सके . तकरीबन सवा दस बजे उन्होंने प्राण त्याग दिए.  यह किसी स्नाइपर का काम लगता है. लगता है यह निश्चित ही किसी बड़ी साजिश का हिस्सा है .

घायल आनंद कुमार

सरकार के सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह ने दावा किया है कि एसडीपीओ  चिंगथम आनन्द के हत्यारों की पहचान कर ली गई है लेकिन फिलहाल इसका खुलासा करना ठीक नहीं है. बुधवार को राजकीय सम्मान के साथ एसडीपीओ आनन्द कुमार का अंतिम संस्कार किया गया. हालांकि कर्फ्यू लगा है लेकिन जिस रास्ते से शवयात्रा निकाली गई वहां बड़ी तादाद में लोग थे. श्रद्धांजलि देने के लिए काफी महिलाएं वहां दिखाई दीं .

एसडीपीओ आनन्द कुमार का पार्थिव शरीर पहले मणिपुर राइफल्स की 1 बटालियन के परिसर में लाया  गया  जहां मणिपुर राइफल्स के जवानों ने गार्ड ऑफ़ आनर दिया . मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह , कई विधायक . राज्य के मुख्य सचिव समेत विभिन्न प्रशासनिक  अधिकारियों , पुलिस , केन्द्रीय पुलिस संगठनों समेत सुरक्षा बलों के विभिन्न अधिकारियों ने उनको श्रद्धांजलि अर्पित की. मुख्यमंत्री ने इस बात पर ज़ोर दिया कि जब तक आनन्द कुमार की हत्या में शामिल सभी लोग पकड़े नहीं जाते तब तक इस सीमावर्ती इलाके मोरेह में व्यापक स्तर पर सुरक्षा बलों का तलाशी और खोजबीन अभियान जारी रहेगा. इसमें कोई ढील नहीं होगी.

चिंगथम आनन्द कुमार के शोक संतप्त परिवार में पत्नी और चार बच्चे हैं . सरकार ने परिवार को 50 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने और उनके परिवार में एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया है . आनंद कुमार एक बहादुर पुलिस अधिकारी थे और उन्होंने कई काउंटर इंटेलिजेंस ऑपरेशंस में हिस्सा लिया था. उन्हें वीरता के लिए पुलिस मेडल से भी सम्मानित किया गया था. बीते दो साल से वह मोरेह  ( moreh ) में तैनात थे.