वैश्विक महामारी नोवेल कोरोना वायरस (कोविड 19) के संक्रमण की चपेट में आये महाराष्ट्र पुलिस की भी हालत खराब होती जा रही है. पिछले 24 घंटे में दो और पुलिसकर्मियों की जान तो मुंबई में ही गई है. इन्हें मिलाकर अब तक राज्य में कोविड 19 संक्रमण के दौरान 11 पुलिसकर्मी अपनी जान गंवा चुके हैं. अकेले मुम्बई में ही 8 पुलिसकर्मियों की जान कोरोना वायरस ने ली है और बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी संक्रमित होने के कारण सेल्फ क्वारंटाइन में है. ऐसे में फ़ोर्स की कमी पैदा हो गई है और पुलिस ने केन्द्रीय बलों की मांग की है.
इंस्पेक्टर अमोल कुलकर्णी :
मुंबई पुलिस के इंस्पेक्टर अमोल कुलकर्णी की आज अचानक मृत्यु के समाचार ने सबको चौंका दिया. धारावी में साहू नगर थाने से सम्बद्ध 32 वर्षीय अमोल कुलकर्णी आज अपने घर में सुबह पांच बजे गिर गये. उन्हें सियान अस्पताल लाया गया जहाँ पहुँचने पर ही डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था. मुंबई में दो दिन में कोरोना संक्रमण से पुलिसकर्मी के प्राण जाने की ये दूसरी घटना है. शुक्रवार को मुंबई पुलिस के सहायक सब इंस्पेक्टर मधुकर माणे कोरोना से लड़ाई हार गये थे जो महाराष्ट्र पुलिस में कोरोना से मृत्यु का दसवां केस था.
अमोल कुलकर्णी मुंबई के प्रतीक्षा नगर में रहते थे. साहू नगर थाने में सहायक पुलिस निरीक्षक के तौर पर अमोल कुलकर्णी डिटेक्शन ऑफिसर का काम करते थे. अमोल कुलकर्णी तबियत ठीक नहीं होने की वजह से कुछ दिन से छुट्टी पर थे. साहू नगर थाने के सीनियर इंस्पेक्टर विलास गंगवाने का कहना था कि वो छुट्टी पर थे और 13 मई को सायन अस्पताल में उन्होंने अपनी जांच कराई थी जिसकी रिपोर्ट आज ही आई थी. इस रिपोर्ट में उनके कोविड 19 संक्रमण से ग्रस्त होने की पुष्टि हुई. अमोल कुलकर्णी को मधुमेह (डायबिटीज़) रोग भी था. महाराष्ट्र पुलिस अकेडमी के 108 कोर्स के अमोल कुलकर्णी बेहद ऊर्जावान और शानदार व्यक्तित्व वाले अधिकारी थे.
एएसआई मधुकर माणे :
सहायक सब इन्स्पेक्टर मधुकर माणे की उम्र 57 साल थी और वह मुंबई में नागपाड़ा स्थित मोटर ट्रांसपोर्ट विभाग से सम्बद्ध थे. तबियत खराब होने और कोविड संक्रमण के मद्देनजर उम्र की वजह से अत्यधिक जोखिम वाली श्रेणी में होने के कारण उन्हें जबरन छुट्टी पर भेजा गया था.
पुलिस की हालत :
यहाँ 1154 पुलिसकर्मी कोविड 19 संक्रमण के शिकार हो चुके हैं इनमें 128 अधिकारी हैं और 1026 मातहत हैं. कुल मिलाकर 174 कार्मिक कोरोना वायरस का इलाज करवाकर ठीक भी हो चुके हैं लेकिन लगातार ड्यूटी और थकान यहाँ के पुलिसकर्मियों के लिए चुनौती वाले हालात और बढ़ा रही है. बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी संक्रमण के कारण सेल्फ क्वारंटाइन में हैं. कइयों को आराम के लिए छुट्टी पर तुरंत भेजे जाने की ज़रूरत महसूस की जा रही है. स्थानीय मीडिया के समाचारों के मुताबिक मुंबई पुलिस ने केन्द्रीय पुलिस बलों (CAPF) के 2000 कर्मियों की मांग की है ताकि कोविड 19 संक्रमण से जंग में जूझ रहे स्थानीय पुलिस कर्मियों को कुछ राहत दी जा सके.