बदल दी गई लदाख पुलिस, मिला हिम तेंदुए का बिल्ला

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बदल गया लदाख की पुलिस का बैज.

भारत में पिछले साल जम्मू कश्मीर से अलग करके संघ शासित क्षेत्र बनाये गये लदाख की पुलिस को अब अपना असली नाम मिल गया है. यहाँ तैनात किये गए पुलिसकर्मियों की वर्दी पर ही नहीं, स्टेशनरी, थानों और चौकियों समेत पुलिस के तमाम परिसरों में लगे बोर्ड भी बदल रहे हैं. जहां अब तक लिखा था जम्मू कश्मीर पुलिस, वहां अब होगा लदाख पुलिस. केंद्र शासित क्षेत्र लदाख के पुलिस प्रमुख और महानिरीक्षक एस एस खंडारे के शनिवार को दिए गये आदेश के बाद ये बदलाव शुरू हो गया है.

आईपीएस अधिकारी एस एस खंडारे के इन आदेश के मुताबिक़ जहाँ कहीं भी संगठन के तौर पर जम्मू एवं कश्मीर पुलिस (J&K Police) लिखा है वहां वहां अब लदाख पुलिस (अंग्रेज़ी में कैपिटल अक्षरों में LADAKH POLICE) लिखा जायेगा. आदेश में कहा गया है कि ये तमाम साइन बोर्ड, पुलिस वाहनों, मुहरों, लेटर हेड्स, स्टेशनरी आदि ऐसे हरेक सामान पर अब से लदाख पुलिस लिखा जाये. आदेश में ये भी कहा गया है कि अब से कोई भी जम्मू कश्मीर पुलिस की पहचान वाला पुराना पहचान चिन्ह नहीं लगाएगा.

अब जम्मू कश्मीर पुलिस नहीं बल्कि होगी लदाख पुलिस

लदाख पुलिस ने अपना जो नया बिल्ला जारी किया है वो लाल रंग की शील्ड के आकार का है जिसके किनारों पर सुनहरा बॉर्डर है. इसके बीचों बीच खड़े होकर कूदने की प्रक्रिया में हिम तेंदुए की तस्वीर है जिसके ऊपर गोल्डन डिजायन के बीच काले रंग से अंग्रेजी में लदाख और नीचे उसी स्टाइल में पुलिस लिखा है. भारत में हिम तेंदुआ उच्च हिमालयी और ट्रांस-हिमालयी क्षेत्र के जम्मू और कश्मीर, लदाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश के भू भाग में पाया जाता है. तेंदुए के चित्र वाले निशान के साथ ही इसे पुलिस के स्लोगन के या ध्येय वाक्य के तौर पर लिखा है ‘खिदमत और हिम्मत’ यानि सत्कार और साहस.

केंद्र शासित क्षेत्र लदाख के पुलिस प्रमुख द्वारा जारी आदेश.

इससे पहले लदाख पुलिस के प्रतीक चिन्ह आदि की मंजूरी उपराज्यपाल आर के माथुर ने दी थी. वहीं 18 मई को जम्मू कश्मीर सरकार की तरफ से जारी आदेश के मुताबिक़ उपाधीक्षक (डीएसपी) चिम्बा सम्स्तन और मोहम्मद बाकिर को प्रति नियुक्ति पर लदाख प्रशासन में नियुक्त किया गया है. इसी आदेश पत्र में यहाँ डीएसपी के पद पर तैनात (जम्मू कश्मीर पुलिस राज्य सेवा – 2012) सईद पीरज़ादा मुजाहिद उल हक़ को वापस मुख्यालय आने को कहा गया है.

उल्लेखनीय है कि 31 अक्तूबर 2019 को भारतीय संविधान की धारा 370 हटाकर जम्मू कश्मीर से राज्य का दर्जा ले लिया गया था और उसे संघ शासित क्षेत्र बना दिया गया था. वहीं लदाख को भी जम्मू कश्मीर से अलग करके संघ शासित क्षेत्र बनाया गया था. इसके बाद से यहाँ की कानून व्यवस्था और पुलिस केंद्र सरकार के अधीन आ गई. पुलिस का पुनर्गठन किया गया लेकिन यहाँ की पुलिस जम्मू कश्मीर की पुलिस ही कहलाती थी क्यूंकि उसकी वर्दी पर बिल्ला और अन्य प्रतीक वही पुराने वाले थे.