जम्मू कश्मीर इंटेलिजेंस चीफ रश्मि रंजन स्वेन होंगे यूटी के नए डीजीपी , 31 को कमान संभालेंगे

208
आईपीएस रश्मि रंजन स्वेन
भारतीय पुलिस सेवा के 1991 बैच के अधिकारी रश्मि रंजन स्वेन 31 अक्तूबर को रिटायर हो रहे आईपीएस दिलबाग सिंह से केन्द्रशासित क्षेत्र जम्मू कश्मीर पुलिस की कमान संभालेंगे . दिलबाग सिंह जम्मू कश्मीर के पुलिस  महानिदेशक के पद पर सबसे लम्बे अरसे तक रहने वाले आईपीएस अधिकारी हैं . हालांकि अभी औपचारिक आदेश का इंतज़ार है लेकिन माना जा रहा है कि श्री स्वेन संभवत 31 अक्तूबर को ही पुलिस प्रमुख नया पदभार ग्रहण  करेंगे.

आईपीएस रश्मि रंजन स्वेन भारतीय पुलिस सेवा के जम्मू कश्मीर कैडर के अधिकारी है जो अब एजीएमयूटी  कैडर में विलय कर दिया गया है. श्री स्वेन वर्तमान में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ( इंटेलिजेंस ) के पद पर हैं.

अपनी ईमानदारी और संकल्पशीलता के लिए साथियों में लोकप्रिय आईपीएस रश्मि रंजन स्वेन जम्मू कश्मीर में भीषण आतंकवाद के दौर में  दोनों राजधानियों , श्रीनगर व जम्मू  , के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक  ( एसएसपी – SSP) रहे हैं . वर्तमान इंटेलिजेंस प्रमुख के ओहदे पर जून 2020  में आने से पहले आईपीएस रश्मि रंजन सिंह तकरीबन 15 साल तक  केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर रहे . उनकी विदेश में भी अहम पोस्टिंग रही और विदेश मंत्रालय में उन्होंने संयुक्त सचिव स्तर के ओहदे पर भी काम किया.

2001 से 2003 में श्रीनगर के एसएसपी और इसके बाद जम्मू के एसएसपी के पद पर रहे आईपीएस रश्मि रंजन स्वेन रामबन , पूंछ और लेह जिलों में भी पुलिस प्रमुख के तौर पर काम कर चुके हैं . 2004  से 2006 के बीच आईपीएस स्वेन जम्मू कश्मीर पुलिस  में विजिलेंस के अतिरिक्त पुलिस  महानिरीक्षक ( एआईजी – AIG ) और उप महानिरीक्षक ( डीआईजी – DIG ) भी रहे हैं.

आतंकवाद और नारकोटिक्स से जुड़े कई संवेदनशील मामलों की पड़ताल करने वाली स्टेट इन्वेस्टीगेशन एजेंसी ( SIA) बनाने का आइडिया भी आईपीएस स्वेन का माना जाता है . वह इस संगठन के डायरेक्टर भी बने. एसआईए  के खाते में कई उपलब्धियां आईं हैं. दशक पुराने मीर वायज ए कश्मीर मौलवी उमर फारूक हत्याकांड की गुत्थी भी एसआईए ने सुलझाई थी.