डीजी शोभा अहोटकर से खटपट के बाद हटाए गए आईपीएस विकास वैभव को पोस्टिंग मिली

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चार महीने से पोस्टिंग का इंतज़ार कर रहे भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी विकास वैभव को आखिरकार नै तैनाती मिल ही गई . बिहार कैडर के 2003 बैच के आईपीएस विकास वैभव को   बिहार राज्य योजना पर्षद के परामर्शी की जिम्मेदारी दी गई है. इसके अलावा तबादले और नियुक्ति के ताज़ा आदेश में दो अन्य आईपीएस अधिकारियों नीरज सिन्हा और एम  सुनील कुमार नायक  को भी नई तैनाती दी है .
इसी साल 27 फरवरी से बिहार पुलिस मुख्यालय में नई तैनाती  का इंतज़ार कर रहे पुलिस महानिरीक्षक ( आई जी – IG ) विकास वैभव को अब जाकर बिहार  सरकार ने पोस्टिंग दी है.  2003 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के चर्चित अधिकारी विकास वैभव को बिहार राज्य योजना पर्षद के परामर्शी की जिम्मेदारी संबंधी अधिसूचना   सोमवार शाम को राज्य सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग ने जारी की.  वहीँ  1990 बैच के आईपीएस नीरज सिन्हा को असैनिक सुरक्षा आयुक्त बनाया गया जबकि 2005 बैच के आईपीएस एम. सुनील कुमार नायक को ‘ गृह रक्षा वाहिनी सह अग्निशमन सेवाएं ‘ ( home guards and fire service ) में पुलिस महानिरीक्षक-सह-अपर महासमादेष्टा बनाया गया है.  यह दोनों अधिकारी भी पोस्टिंग  की प्रतीक्षा में थे.
दिलचस्प है कि वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी विकास वैभव की नई  पोस्टिंग भारतीय पुलिस सेवा या बिहार पुलिस सेवा के अफसरों का ट्रांसफर या उनकी पोस्टिंग करने वाले गृह विभाग ने नहीं की है. उनके बारे में अधिसूचना सामान्य प्रशासन विभाग ने जारी की है, जो भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) या बिहार प्रशासनिक सेवा के अफसरों के तबादले-पदस्थापना का आदेश जारी करता है.  इससे ये भी साफ़ है   कि आईपीएस विकास वैभव की पोस्टिंग पुलिसिंग  कार्यों से अलग की गई है.  आमतौर पर ऐसा होता नहीं है लेकिन  ऐसा पहली बार हुआ , ये बात भी नहीं है .  इससे पहले भी एकाध बार अफसरों की इस तरह तैनाती  हुई है.  बिहार पुलिस सेवा से तरक्की ( promotion )पाकर आईपीएस  बनीं शीला ईरानी इसकी मिसाल हैं जो पटना नगर निगम में लंबे अरसे से तैनात हैं .

बिहार के चर्चित आईपीएस अधिकारी और आईजी विकास वैभव (IPS Vikas Vaibhav) का तबादला फरवरी माह में तब किया गया था जब उनकी वरिष्ठ अधिकारी महानिदेशक  शोभा अहोटकर से  खटपट हो गई थी.  आईपीएस   विकास वैभव ने ट्वीट कर कहा था कि वो मैडम से गालियां सुन रहे हैं. हालांकि बाद में ट्वीट हटा  दिया गया था लेकिन जब तक यह वायरल हो चुका था. उन्होंने डीजी शोभा अहोतकर (DG shobha ahotkar) पर कई गंभीर आरोप लगाए थे.

 

उन्होंने इस बारे में एक शिकायती पत्र भी लिखा था . आईपीएस  विकास वैभव ने अपने पत्र में डीजी शोभा अहोटकर पर कई गंभीर आरोप लगाए थे जिसमें डीआईजी (dig ) विनोद कुमार को भी प्रताड़ित किए जाने का जिक्र किया गया था. उनके साथ ही तब विनोद कुमार का भी इसलिए ट्रांसफर किया गया था . ये मामला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तक जब पहुंचा तब सीएम ने भी आईजी वैभव के तरीके को गलत ठहराया था. यानि इस पर खासा विवाद हुआ था.   फिर  मामले  को लेकर  नोटिस भी जारी हो गया था और आईपीएस विकास वैभव  से 24 घंटे के अंदर जवाब मांगा गया था. नोटिस में विकास वैभव द्वारा लगाए गए आरोपों को विभाग ने कानून का उल्लंघन और बेबुनियाद बताया गया था. विकास वैभव को यह नोटिस महानिदेशक महासमादेष्टा गृह रक्षा वाहिनी एवं अग्निशमन सेवा पटना की ओर से जारी किया गया था.