भारतीय पुलिस सेवा के तपन कुमार डेका को भारत की गुप्तचर एजेंसी इंटेलिजेंस ब्यूरो का प्रमुख ( chief of intelligence bureau ) बनाया गया है. असम के रहने वाले तपन कुमार डेका 19 88 बैच के हिमाचल प्रदेश कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं और अभी तक आईबी में स्पेशल डायरेक्टर थे. श्री डेका 30 जून को रिटायर हो रहे आईपीएस अरविन्द कुमार का स्थान लेंगे. आईबी चीफ के ओहदे पर भारत के सबसे वरिष्ठ अधिकारी को नियुक्त किया जाता है और इसी लिहाज़ से डीआईबी देश के तमाम अधिकारियों में सबसे ज्यादा सम्मानित आईपीएस शख्सियत माने जाते हैं. इसी बीच रिसर्च एंड एनालिसिस विंग ( RAW रॉ ) के प्रमुख आईपीएस अधिकारी सामंत गोयल को इसी ओहदे पर एक और सेवा विस्तार भी दिया गया है . 1984 बैच के पंजाब कैडर के आईपीएस सामंत गोयल को दिया गया ये दूसरा सेवा विस्तार है.
सरकार ने 58 वर्षीय आईपीएस अधिकारी तपन कुमार डेका ( ips tapan kumar deka ) को इस पद पर नियुक्त करने में देशभर में तैनात 1987 – 88 बैच के तकरीबन आधा दर्जन आईपीएस अधिकारियों की वरिष्ष्ठता को नज़रन्दाज़ करके उनको ( श्री डेका को ) तरजीह दी है. श्री वैसे डेका को आईबी में काम करने का खासा अनुभव है और वे इस संगठन में सहायक निदेशक ( assistant director ) भी रह चुके हैं. हालांकि एक नज़रिए से इस नियुक्ति को अफसरशाही में एक क्रांतिकारी नज़रिए के तौर पर भी देखा जा रहा है. तपन कुमार डेका दो साल तक आईबी के प्रमुख के पद पर बने रहेंगे.
तपन कुमार डेका को आतंकवाद निरोधक कार्रवाइयों का खासा लम्बा अनुभव है. मूल रूप से असम के बारपेटा के रहने वाले हैं लेकिन उनकी परवरिश तेजपुर में हुई है. ख़ास बात ये है कि यहां के बशिदे होने के अलावा उनको पूर्वोतर में चलने वाली गड़बड़ियों और चुनौतियों से निबटने का अनुभव है. वे इस क्षेत्र में तैनात भी रहे हैं . तपन कुमार डेका कश्मीर में घुसपैठ और आतंकवाद निरोधक ऑपरेशंस ( anti terrorist operations ) में भी शामिल रहे हैं और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के विश्वासपात्र माने जाते हैं. डेका आईबी के उस मल्टी एजेंसी सेंटर (MAC ) के भी प्रभारी रहे हैं जो विभिन्न राज्यों , केंद्र और अन्य एजेंसियों के बीच गुप्त सूचनाओं के आदान प्रदान के लिए संयोजक के तौर पर काम करता है.
सामंत गोयल को इसलिए मिला एक्सटेंशन :
आईपीएस सामंत गोयल को पिछली बार जो सेवा विस्तार दिया गया था वो आने वाली 30 जून तक के लिए है . अब उनको एक और साल के लिए रॉ के चीफ के पद पर एक्सटेंशन दिया गया है .आईपीएस सामंत गोयल ( samant goel ) को दूसरा सेवा विस्तार देने के पीछे वजह उनके काम करने के स्टाइल को बताया जा रहा है जिसे भारतीय सत्ता और अफसरशाही के गलियारों में काबिले तारीफ कहा जा रहा है. बीते अगस्त अफगानिस्तान में तख्ता पलट और आंतरिक युद्ध के हालात में काबुल से भारतीय मिशन को सुरक्षित तरीके खाली करवाने और बीते सप्ताह दूतावास खुलवाने को आईबी की एक कामयाबी के तौर पर देखा जा रहा है.
एक और साल के इस सेवा विस्तार के बाद रॉ चीफ के ओहदे पर बीते 22 बरसों में सबसे लम्बा कार्यकाल आईपीएस सामंत गोयल का ही संभवत होगा. 2019 में जब पंजाब के पुलिस महानिदेशक के पद पर नियुक्ति के समय भी श्री गोयल को प्रमुख दावेदारों में से एक माना गया था. वे सबसे वरिष्ठ थे लेकिन तब आईपीएस दिनकर गुप्ता को पंजाब का डीजीपी बना दिया गया था. उल्लेखनीय है कि आईपीएस दिनकर गुप्ता को अब एनआईए (NIA) का प्रमुख बनया गया है और आईबी में स्पेशल डायरेक्टर रहे स्वागत दास को गृह मंत्रालय में विशेष सचिव ( आंतरिक सुरक्षा ) नियुक्त किया गया है.