भारतीय ख़ुफ़िया एजेंसी इंटेलिजेंस ब्यूरो के निदेशक ( dircetor, intelligance bureau ) रहे भारतीय पुलिस सेवा के रिटायर्ड अधिकारी अरुण भगत का आज निधन हो गया. श्री भगत दिल्ली पुलिस के आयुक्त ( delhi police commissioner ) और सीमा सुरक्षा बल ( border security force ) के प्रमुख भी रहे हैं . श्री भगत को दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती कराया गया था. हृदय आघात श्री भगत की मृत्यु का कारण बना. दिल्ली के लोधी रोड शवदाह गृह में पुलिस सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया.
भारतीय पुलिस सेवा के यूनियन टेरिटरी कैडर ( UT cadre ) के 1961 बैच के अफसर रहे अरुण भगत भारत में पुलिस के सबसे ऊँचें ओहदे यानि आईबी प्रमुख बनने से पहले कई महत्वपूर्ण पदों पर जिम्मेदारियां संभाल चुके थे. आईपीएस अरुण भगत देश की राजधानी दिल्ली के आठवें पुलिस कमिश्नर थे. दिल्ली पुलिस की कमान उन्होंने दिसंबर 1990 से फरवरी 1992 तक संभाली थी.
यह वो दौर था जब दिल्ली में विभिन्न खतरनाक गिरोहों के अलावा दिल्ली में आतंकवादी वारदात भी बड़ी चुनौती बनी हुई थी. उन दिनों में पंजाब से जुड़े खालिस्तान समर्थक आतंकवादी त वारदात कर ही रहे थे साथ साथ कश्मीर के आतंकवाद की छाया भी दिल्ली पड़ चूकी थी. रोमानियाई राजदूत लिव्यु राडू के दिल्ली में अपहरण की वारदात के बाद श्री भगत को पुलिस कमिश्नर के ओहदे से हटा दिया गया था.
अरुण भगत सीमा की सुरक्षा प्रबंध करने वाली सबसे बड़ी पुलिस फ़ोर्स सीमा सुरक्षा बल ( बीएसएफ ) के महानिदेशक भी रहे . उन्होंने केन्द्रीय जांच ब्यूरो में अतिरिक्त निदेशक के पद पर तो काम किया ही रिसर्च एंड अनालिसिस ( raw ) में भी काम किया.