भारतीय रेलवे ने कोविड-19 के खिलाफ जंग में सड़कों पर उतरे दिल्ली पुलिस के कर्मियों को रोज़ाना पानी की दस हज़ार बोतलें उपलब्धं करवानी शुरु की हैं. इस कड़ी में अब तक 50000 पानी की बोतलें बांटी जा चुकी हैं.
झुलसती गर्मी और जमीनी स्तर पर कष्टकारी हालात का सामना करते हुए ये पुलिसकर्मी न सिर्फ लॉकडाउन का क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं, बल्कि जरूरत पड़ने पर चुनौतीपूर्ण हालात में डॉक्टरों और अर्द्ध चिकित्सा कर्मियों के साथ विभिन्ऩ स्थानों पर भी जा रहे हैं.
रेल मंत्रालय की तरफ से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि पुलिसकर्मियों जैसे फ्रंटलाइन योद्धाओं की मदद करना, कड़ी मेहनत लगातार काम कर रहे इन अधिकारियों के प्रति सिर्फ सम्मान ही नहीं होगा, बल्कि कोविड-19 का मुकाबला करने के लिए जारी राष्ट्रीय प्रयासों में भारतीय रेल की तरफ से किए जा रहे प्रयासों का सहज विस्तार भी होगा.
भारतीय रेल की तरफ से आईआरसीटीसी, आरपीएफ, जोनल रेलवे जैसे अपने संगठनों की मदद से कोविड के खिलाफ रेलवे की जंग को समेकित रूप से जीवित रखने के भरपूर प्रयास किए जा रहे हैं. इस पहल के तहत भारतीय रेल ने अपने पीएसयू आईआरसीटीसी की मदद से नई दिल्ली में 16 अप्रैल से हर रोज़ रेलनीर की 10000 बोतलें मुफ्त में बांटनी शुरू की हैं. जिन्हें नांगलोई स्थित रेलनीर प्लांट से लेना होता है.
विज्ञप्ति में बताया गया है कि कोविड-19 के कारण जारी लॉकडाउन के बाद से भारतीय रेल स्वेच्छिक रूप से जरूरतमंद लोगों को पका हुआ गर्म भोजन उपलब्धक करा रही है. रेलवे आईआरसीटीसी की बेस किचन्स, आरपीएफ संसाधनों और एनजीओ के योगदान के जरिए बड़ी मात्रा में पेपर प्लेट्स पर दोपहर का भोजन और खाने के पैकेटों में रात का भोजन उपलब्ध करा रहा है. कोविड-19 के कारण जारी राष्ट्र व्यापी लॉकडाउन के बाद से भारतीय रेल की ओर से पैकेट में उपलब्ध कराया जा रहा पका हुआ गर्म भोजन कल बीस लाख का आंकड़ा पार कर गया.