भारत की रेलवे सम्पतियों और यात्रियों की सुरक्षा में तैनात रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की 83 महिला उपनिरीक्षक (एसआई) कैडेट्स मौला अली स्थित प्रशिक्षण केंद्र में शानदार पासिंग आउट परेड के बाद आरपीएफ का हिस्सा बन गईं. ये एसआई रेलवे की अलग अलग ज़ोन से सम्बन्धित हैं.
‘9ए’ बैच की इस पासिंग आउट परेड की कमान एसआई चंचल शेखावत ने सम्भाली. उन्हें ‘बेस्ट कैडेट’ के साथ साथ इंडोर में सर्वश्रेष्ठ कैडेट का भी सम्मान मिला. वहीँ एसआई स्मृति बिस्वास को ‘बेस्ट इन आउट डोर’ के तौर पर चुना गया.
दक्षिण मध्य रेलवे के महाप्रबंधक गजानन माल्यास ने महिला उपनिरीक्षकों को रेलवे की संपत्ति और रेल यात्रियों की सुरक्षा के लिए पूरे समर्पण भाव के साथ काम करने और अपने कर्तव्योंर का निर्वहन करने की सलाह दी. श्री माल्या ने कहा कि समाज के कमजोर तबकों, महिलाओं और बच्चोंा की देखभाल पर खासतौर से ध्यान करना चाहिए क्यों कि महिलाओं एवं बच्चों की तस्कमरी बढ़ती जा रही है. उन्होंेने युवा कैडेटों के उज्व्ह ल भविष्यी की कामना की और उल्लेहखनीय कार्य-प्रदर्शन के लिए महिला एसआई कैडेटों को बधाई भी दी. श्री माल्या ने इसके साथ ही यह मंगल कामना भी की कि महिला अधिकारी अत्यंत प्रोफेशनल तरीके से और करुणा भाव के साथ अपना फर्ज़ पूरा करेंगी.
इन सब-इंस्पेक्टर कैडेटों को रेलवे की ड्यूटी में आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए इंडोर और आउटडोर विषयों में 9 महीनों तक कठोर प्रशिक्षण दिया गया है. अंतिम परीक्षा पास करने के बाद रविवार को उन्होंने इस अत्यंरत आकर्षक परेड में हिस्सा लिया और शपथ लेने के बाद वे रेलवे सुरक्षा बल की सदस्य बन गई हैं. परेड की ख़ासियत ये भी रही कि इस दौरान महामारी कोविड-19 से बचाव के लिए तय नियम कायदों का पालन किया गया. वो चाहे सामाजिक दूरी बनाए रखने का नियम हो या फिर फेस मास्क पहनना.