28 महिलाओं समेत 152 पुलिस अधिकारियों को बढ़िया जांच के लिए मेडल

170
गृह मंत्रालय के मेडल
सूरत शहर की पुलिस उपायुक्त विधि चौधरी

भारत में इस बार स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 152 पुलिस अधिकारियों अपराध के मामलों की बेहतरीन जांच करने के लिए गृह मंत्रालय के मेडल से सम्मानित करने का ऐलान किया गया है. सम्मानित किये जाने वाले पुलिसकर्मियों में 28 महिला अधिकारी हैं. सबसे ज़्यादा मैडल केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई – CBI ) के अधिकारियों को मिलेंगे जिनकी संख्या 15 है.

जांच में उत्कृष्टता के लिए केन्द्रीय गृह मंत्रालय का पुलिस मेडल देने की शुरुआत 2018 में की गई थी. इस साल यानि 2021 के लिए केन्द्रीय गृह मंत्रालय का पुलिस मेडल देने का एलान करते वक्त सूची जारी की गई है उनमें सीबीआई के 15 अधिकारियों के नाम हैं.

गृह मंत्रालय के मेडल
प्रतीकात्मक चित्र

केन्द्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से जारी बयान के मुताबिक़ पुलिस मैडल पाने वालों में 11 -11 तप महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश से हैं, 10 अधिकारी उत्तर प्रदेश पुलिस के हैं जबकि केरल पुलिस और राजस्थान पुलिस के 9 – 9 अधिकारियों को इसके लिए चुना गया है. तमिलनाडू पुलिस के 8 और बिहार पुलिस के 7 अधिकारियों के अलावा 6 -6 अफसर गुजरात , कर्नाटक और दिल्ली पुलिस से ताल्लुक रखते हैं.

https://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1745060

बढ़िया जांच के लिए केन्द्रीय गृह मंत्रालय का पुलिस मैडल पाने वाले अन्य अधिकारियों में तेलंगाना के 5 अधिकारी हैं जबकि असम पुलिस , हरियाणा पुलिस , ओडिशा पुलिस म बंगाल पुलिस से 4 – 4 अधिकारियों के नाम हैं. बाकी अधिकारी अन्य राज्यों और केंद्र शासित क्षेत्रों से हैं.

विधि चौधरी :

गुजरात के जिन अधिकारियों को बेहतरीन जांच के लिए ये पुलिस मेडल देने का ऐलान किया गया है उनमें सूरत शहर की पुलिस उपायुक्त (डीसीपी -DCP ) विधि चौधरी और इंस्पेक्टर मंगू भाई तड़वी का नाम भी है. उन्होंने सूरत के सचिन थाने में दर्ज पोक्सो ( बाल यौन उत्पीड़न रोकथाम कानून ) के एक केस में सिर्फ पांच दिन में जांच करके मुलजिमों को महज़ गिरफ्तार ही नहीं किया बल्कि उनके खिलाफ ठोस सबूत भी इकट्ठा किये. अपने लेखन और अन्य कार्यों की वजह से लोकप्रिय विधि चौधरी भारतीय पुलिस सेवा के 2009 बैच की गुजरात कैडर की अधिकारी हैं.

गृह मंत्रालय के मेडल
केन्द्रीय गृह मन्त्रालय के उत्कृष्ट जांच के लिए पुलिस मेडल से सम्मानित दिल्ली पुलिस के अधिकारी

दिल्ली पुलिस के कमिश्नर राकेश अस्थाना ने मेडल से सम्मानित किये गये अधिकारियों को बधाई देते हुए ट्वीट संदेश के ज़रिए ख़ुशी ज़ाहिर की है . उन्होंने वैज्ञानिक तरीकों से की गई जांच साक्ष्य आधारित पुलिसिंग की कुंजी है जो पुलिस साख बढ़ाती है व दोषियों की सज़ा सुनिश्चित कराती है. दिल्ली पुलिस से दी गई जानकारी के मुताबिक़ दिल्ली पुलिस के जिन 8 अधिकारियों को केन्द्रीय गृह मन्त्रालय के उत्कृष्ट जांच के लिए पुलिस मेडल से सम्मानित करने का ऐलान किया गया है उनमें से दो आईपीएस अधिकारी हर्ष वर्धन और कमल पाल सिंह का नाम शामिल है. दोनों अधिकारी अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (एडीशनल डीसीपी – Additional DCP) हैं. आईपीएस हर्ष वर्धन को अरुणाचल प्रदेश में और आईपीएस कमल पाल सिंह को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ( एनसीबी – NCB ) में उनके किये काम को भी , मेडल प्रदान करने के निर्णय के मद्देनजर , भी ध्यान में रखा गया.

केन्द्रीय गृह मन्त्रालय के उत्कृष्ट जांच के लिए पुलिस मेडल से सम्मानित होने वाले दिल्ली पुलिस के अधिकारियों में निरीक्षक सतीश शर्मा का नाम सबसे ऊपर है. उन्हें ये सम्मान मरणोपरांत दिया जा रहा है. इंस्पेक्टर सतीश शर्मा ने बाटला हाउस मुठभेड़ से जुड़े एक मामले में जांच की थी .. इस केस में एक आतंकवादी को अदालत इसी साल मार्च में सज़ा ए मौत देने का ऐलान किया था. दिल्ली पुलिस के जिन बाकी अधिकारियों को ये मेडल देने का ऐलान हुआ है उनमें सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी – ACP ) संदीप लांबा , इंस्पेक्टर गुरमीत सिंह , डोमिनिका पूर्ती , अमलेश्वर राय और वीरेंद्र सिंह हैं.