हिमाचल प्रदेश पुलिस के एक शानदार अधिकारी साजू राम राणा का दिल का दौरा पड़ने से उस वक्त निधन हो गया जब वो मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की रैली के बन्दोबस्त की ड्यूटी पर तैनात थे. 58 वर्षीय एस आर राणा (s r rana ) हमीरपुर के जंगलबैरी में 4 आईआरबी बटालियन में कमान्डेंट थे. मंगलवार 3 जनवरी को दोपहर रैली के दौरान साजू राम राणा को दिल का दौरा पड़ा और वे अचेत होकर गिर गए. राणा को कांगड़ा के टांडा मेडिकल कॉलेज व अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया.
राज्य में कांग्रेस की सरकार के गठन के बाद ये कांग्रेस की जन आभार रैली थी जिसका आयोजन धर्मशाला के जोरावर स्टेडियम में किया गया था. साजू राम राणा यहां लगाए गए बन्दोबस्त के प्रभारी थे. कुछ अधिकारियों का कहना है कि ड्यूटी के दौरान ही राणा को सीने में अचानक दर्द उठा था.
साजू राम राणा हिमाचल प्रदेश के मंडी ज़िले के धवाली पंचायत के गांव डबाल के रहने वाले थे. वह अपने पीछे अपनी पत्नी कुशला राणा के अलावा बेटा और बेटी को छोड़ गए हैं. राणा का जन्म 13 मई 1964 को हुआ था. उनको 2024 में रिटायर होना था. कमांडेंट साजू राम राणा के काम की काफी तारीफ होती है. उन्हें अब तक 24 प्रशस्ति पत्र मिल चुके हैं. दो स्पेशल ड्यूटी मेडल के अलावा राणा को राष्ट्रपति पुलिस मेडल से भी सम्मानित किया जा चुका था.
हिमाचल प्रदेश ( himachal pradesh police) के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुख्खू (cm sukhvider singh sukhu ) ने राणा के निधन पर दुख ज़ाहिर करते हुए कहा है कि राणा अनुभवी, परिपक्व और पेशेवर पुलिस अधिकारी थे. सुक्खू ने साजू राम राणा ( saju ram rana ) के परिजनों से मुलाकात करके उनको सांत्वना दी. उन्होंने नशा उन्मूलन के लिए ड्रग माफिया के खिलाफ मुहिम चलाई थी, सड़क हादसों की रोकथाम पर खास काम किया और साथ ही महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों की रोकथाम पर भी तवज्जो दी थी.
साजू राम राणा 1990 में हिमाचल प्रदेश पुलिस में इंस्पेक्टर के तौर पर भर्ती हुए थे. वे किन्नौर और बिलासपुर जिलों के एसपी भी रहे. साजू राम राणा को 2020 में तरक्की देकर आईपीएस बनाया गया था.