कश्मीर में भारतीय सेना के शहीद नायब सूबेदार परमजीत सिंह की बेटी की पढ़ाई से लेकर शादी तक का ज़िम्मा सम्भालने का बीड़ा उठाने की वजह से सुर्ख़ियों में आई भारतीय पुलिस सेवा की अधिकारी अंजुम आरा ने अब एक और खूबसूरत पहल की है. हिमाचल प्रदेश के सोलन से स्थानांतरित होकर मंडी में तीसरी इंडियन रिजर्व बटालियन (3 IRB) की इंचार्ज बनाई गई आईपीएस अधिकारी अंजुम आरा ने पुलिस कर्मियों ही नहीं आम नागरिकों के परिवारों के बच्चों में खेल प्रतिभा को बढ़ावा देने की शुरुआत की है.
अभिनव पहल के नाम से अभियान की शुरुआत करते हुए उन्होंने मंडी में बच्चों को खेलों के प्रति प्रोत्साहित करने और प्रतिभा खोजने के लिए कैम्प लगाया है. इसमें बच्चों को छठी से लेकर बारहवीं कक्षा तक के बच्चों को 9 तरह के खेलों का मुफ्त प्रशिक्षण दिया जा रहा है. कबड्डी, वालीबाल, बैडमिन्टन, हॉकी, मुक्केबाजी, एथलेटिक्स, फुटबॉल, क्रिकेट और टेबल टेनिस जैसे खेलों की ट्रेनिंग यहाँ विशेषज्ञों, खिलाड़ियों और डिप्लोमाधारी कोच करवा रहे हैं.
आईपीएस अधिकारी अंजुम आरा ने बताया कि पंडोह स्थित 3 आईआरबी की तरफ से लगाये गये इस कैम्प में पंजीकरण 17 दिसम्बर से शुरू हुआ था और इसके आखिरी दिन 20 दिसम्बर तक कुल मिलाकर 329 बच्चों ने पंजीकरण कराया था. बच्चों के लिए विभिन्न खेलों का ये कैम्प 15 जनवरी तक चलेगा. इन 329 बाल खिलाड़ियों में से 72 छात्राएं हैं.
अंजुम आरा कहती हैं कि इस कैम्प के पीछे कई मकसद हैं. पहला तो यही कि बच्चों का बेहतर शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक विकास हो… साथ ही वे नशे जैसी गन्दी आदतों से भी बच सकेंगे. सर्दियों की छुट्टियों के वजह से बच्चों के पास वक्त भी होगा जिसका इस तरह सदुपयोग होगा और प्रतिभावान खिलाड़ियों की पहचान भी हो जायेगी.
अंजुम आरा उत्तर प्रदेश के आज़मगढ के एक छोटे से गाँव कम्हरिया की रहने वाली हैं और हिमाचल प्रदेश कैडर की आईपीएस अधिकारी हैं. उनके पति यूनुस खान आईएएस अधिकारी हैं और वह भी हिमाचल प्रदेश में तैनात हैं.