दुनिया के सातों महाद्वीपों की सबसे ऊँची पर्वत चोटियों को जीतने का रिकार्ड बनाने के मकसद से निकली हरियाणा पुलिस की सब इंस्पेक्टर अनीता कुंडू ने अंटार्कटिका महाद्वीप की सबसे ऊँची चोटी विन्सन मासिफ (Vinson Massif) पर भी जीत हासिल कर ली है. हरियाणा के हिसार ज़िले के फरीदपुर गाँव की अनीता कुंडू को ऐसी पहली भारतीय पर्वतारोही बनने का भी गौरव हासिल है जिसने एवरेस्ट के शिखर पर दोनों रूट, नेपाल व चीन, से जाकर माउंट एवरेस्ट के शिखर पर तिरंगा फहराया हो.
गिरती गई, पड़ती गई, दर्द से कहराती रही लेक़िन आख़िर मैंने आज 14-01-19 को सुबह 4:20am पर अंटार्कटिका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी विन्सन मासिफ (Vinson Massif) पे लहरा दिया तिरंगा । pic.twitter.com/v8fL36qtYK
— Anita Kundu (@IamAnitaKundu) January 14, 2019
पर्वतों की चोटियों के जीतने के अभियान की शुरुआत अनीता कुंडू ने 7 जनवरी से की है. अनीता कुंडू ने सोमवार की तड़के 4 बजकर 20 मिनट पर दुनिया की सबसे ठंडी चोटियों में से एक दक्षिण ध्रुव की माउंट विन्सन चोटी पर भारतीय ध्वज फहराया तब वहां जबरदस्त तेज़ हवा चल रही थी और यहाँ तापमान अमूमन -40 से -50 डिग्री के आसपास रहता है.
हरियाणा पुलिस में 2011 में सिपाही के तौर भर्ती हुई अनीता कुंडू ने प्रशिक्षण लेने के बाद पर्वतारोहण को पेशेवर अंदाज़ में खेलना शुरू किया था. अनीता ने 2013 में नेपाल के रास्ते एवरेस्ट पर फतह हासिल की थी जबकि 2017 में उन्होंने चीन के रास्ते इसी चोटी को जीता. दोनों रास्तों के फर्क के बारे में अनीता बताती हैं कि नेपाल की तरफ से जाने वाला रास्ता छोटा है लेकिन एक दो जगह तो बेहद दुर्गम है जबकि चीन की तरफ से एवरेस्ट पहुंचने का रास्ता लम्बा है और यहाँ हवा लगातार और बहुत तेज़ चलती है. यहाँ आक्सीजन की भी बहुत ज्यादा कमी का सामना करना पड़ता है.
सेवन समिट (सप्त शिखर) अभियान पर निकलीं हरियाणा पुलिस की साहसी सब इंस्पेक्टर अनीता कुंडू ने सबसे पहले मार्च 2018 में इंडोनेशिया की कारस्टेंस पिरामिड, अगस्त 2018 में यूरोप की एल्ब्रुश और इसके बाद अक्टूबर 2018 में अफ्रीका की किलिमंजारो चोटी को फतह किया.