भारतीय पुलिस सेवा के रिटायर्ड अधिकारी सरदार प्रकाश सिंह का शनिवार सुबह दिल्ली में निधन हो गया. वह 84 साल के थे. दिल्ली पुलिस में विभिन्न पदों पर रहे प्रकाश सिंह अरुणाचल प्रदेश में भी पुलिस महानिरीक्षक रहे हैं. वह होमगार्ड्स और सिविल डिफेन्स के महानिदेशक के तौर पर रिटायर हुए थे. दिल्ली के लोदी रोड स्थित शवदाह गृह पर उनको अंतिम विदाई दी गई.
अचानक हुई मृत्यु :
भारतीय पुलिस सेवा के 1964 बैच के अधिकारी प्रकाश सिंह परिवार के साथ पूर्वी दिल्ली की मधुबन कालोनी में रह रहे थे. उनकी पुत्रवधू जसमीन कौर ने बताया कि शनिवार सुबह करीब तीन बजे उन्होंने घर पर ही अंतिम सांस ली. हालांकि कुछ दिन पहले रक्त जांच के दौरान उनकी रिपोर्ट असामान्य थी और सोडियम लेवल कम था. पास के ही मेट्रो अस्पताल के डॉक्टरों से उनका इलाज चल रहा था और अब उनकी सेहत लगभग सामान्य थी और वह तमाम ज़रूरी गतिविधियां कर पा रहे थे. सम्भवत: तडके दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हुआ.
पुलिस करियर :
10 दिसम्बर 1936 में पैदा हुए सरदार प्रकाश सिंह ने 30 साल पुलिस की सेवा की. उन्होंने जलंधर के लयालपुर खालसा कॉलेज से ग्रेजुएशन किया था. उत्तरी दिल्ली में एडिशनल डीसीपी और डीसीपी समेत कई ओहदों पर उनकी तैनाती रही. दिसम्बर 1993 को प्रकाश सिंह होमगार्ड्स और सिविल डिफेन्स के महानिदेशक के पद से सेवानिवृत्त हए थे.
सामाजिक कार्यों में व्यस्तता :
रिटायर होने के बाद वह सामाजिक कार्यों में व्यस्त रहते थे. दिल्ली पुलिस के सेवानिवृत्त राजपत्रित अधिकारियों की संस्था दिल्ली पुलिस रिटायर्ड गज़टेड ऑफिसर्स एसोसिएशन (डीपीआरजीओए) के उपाध्यक्ष विजय मलिक ने बताया कि श्री सिंह संस्था की सामान्यत: सभी गतिविधियों में शामिल होते थे. वह लगभग हरेक बैठक में शरीक हुआ करते थे. मधुबन कालोनी की रेज़िडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के वह अध्यक्ष भी थे.
शोक संतप्त परिवार :
आईपीएस अधिकारी प्रकाश सिंह की पांच संतानों में से एक इंजीनियर बेटे निर्मल सिंह का निधन हो चुका है. बड़ा बेटा हिम्मत सिंह अपना कारोबार करता है जबकि छोटा बेटा डॉक्टर ललित मोहन सिंह दंत चिकित्सक है. प्रकाश सिंह की बड़ी बेटी बलविंदर कौर वकील हैं.
बीएसएफ में बेटी :
वहीँ उनकी एक बेटी सलिंदर कौर भी डॉक्टर है. लेकिन पिता के नक़्शे कदम पर चलते सलिंदर कौर ने वर्दीधारी संगठन को चुना. डॉ सलिंदर कौर सीमा सुरक्षा बल में डॉक्टर हैं और वर्तमान में पूर्वोत्तर के राज्य मेघालय की राजधानी शिलोंग में तैनात हैं. कोविड 19 संक्रमण में लॉक डाउन की वजह से फ्लाइट की दिक्कत के कारण वे आज पिता के अंतिम संस्कार तक न पहुँच पाई.