भारत के निर्वाचन आयोग (election commission of india) के आदेश के बाद निलंबित तेलंगाना के पुलिस महानिदेशक अंजनी कुमार की जगह रवि गुप्ता को राज्य की पुलिस की बागडोर सौंप दी गई है. डीजीपी अंजनी कुमार को आदर्श चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में रविवार को निलंबित किया गया था. उनके अलावा तेलंगाना पुलिस के दो अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ भी इसी तरह की कार्रवाई की तलवार लटकी हुई है.उनको भी निर्वाचन आयोग की तरफ से नोटिस जारी किया गया है.
भारतीय पुलिस सेवा के 1990 बैच के अधिकारी रवि गुप्ता (ips ravi gupta) को तेलंगाना पुलिस के महानिदेशक के ओहदे की अतिरिक्त ज़िम्मेदारी सौंपे जाने का आदेश मुख्य सचिव शान्ति कुमारी की तरफ से जारी किया गया है. आईपीएस रवि गुप्ता भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ( anti corruption bureau ) के महानिदेशक हैं तथा उनके पास विजिलेंस व एनफोर्समेंट ( vigilance and enforcement ) के महानिदेशक का भी अतिरिक्त प्रभार है . रवि गुप्ता को पूर्ण रूप से यह अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है. आईपीएस अंजनी कुमार के निलंबन और उनके स्थान पर रवि गुप्ता को नए कार्यभार देने संबंधी आदेश तुरंत प्रभाव से लागू कर दिए गए हैं .
आईपीएस अधिकारी तेलंगाना डीजीपी अंजनी कुमार इलज़ाम है कि उन्होंने राज्य के विधान सभा चुनाव की मतगणना के दौरान ही तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष तथा उम्मीदवार ए रेवंत रेड्डी के पास पहुँच बधाई दी. मतगणना के नतीजे आने से पहले ही ऐसा करने को आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन माना गया . फ़लस्वरूप चुनाव आयोग ने उनके निलंबन के आदेश किए. इस मुलाक़ात की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होते ही आयोग ने संज्ञान लिया था . आयोग ने अतिरिक्त महानिदेशक रैंक के दो अन्य अधिकारियों महेश एम भागवत और संजय कुमार जैन को भी ऐसी मुलाकात करने और आचार संहिता के उल्लंघन का कसूरवार मानते हुए नोटिस जारी किया है . दोनों अफसरों से पूछा गया है कि क्यूं न उनके खिलाफ भी , आचार संहिता का उल्लंघन करने पर , कार्रवाई की जाए. इसके लिए इन आईपीएस अधिकारियों महेश एम भागवत और संजय कुमार जैन ( ips sanjay kumar jain) को अपनी सफाई रखने का मौका दिया गया है .