सांप्रदायिक हिंसा ग्रस्त नूंह में बदले गए जिला पुलिस प्रमुख , वरुण सिंगला की जगह नरेंद्र बिजारणिया ने ली

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आईपीएस वरुण सिंगला और उनके स्थान पर आए नरेंद्र बिजारणिया
हरियाणा के उपद्रव ग्रस्त नूंह ज़िले के पुलिस अधीक्षक  suprintendent of police  पद से वरुण सिंगला को हटा दिया है . वरुण सिंगला भारतीय पुलिस सेवा के 2017 बैच के हरियाणा कैडर के अधिकारी हैं . उनकी जगह  नूंह में अब नरेंद्र बिजारणिया को  एसपी ( sp ) तैनात किया गया है.

हरियाणा के नूंह में हाल ही में जो हिंसा भड़की तब एसपी वरुण सिंगला छुट्टी पर थे. उनकी जगह पर आईपीएस अधिकारी लोकेन्द्र ज़िले का कार्यभार संभाले हुए थे . हिंसा की घटनाएं होने पर वह लौट आए थे. अब उनका तबादला नूंह से तकरीबन 150 किलोमीटर दूर कर  भिवानी ज़िले में करके वहां का एसपी बनाया गया है. राज्य के अतिरिक्त मुख्य सचिव ( गृह ) टीवीएसएन प्रसाद ने पुलिस अधिकारियों के तबादले के आदेश जारी किए  हैं .

पुलिस अधिकारियों के तबादला आदेश
आईपीएस  नरेंद्र बिजारणिया : 
साम्प्रदायिक हिंसा ग्रस्त  नूंह में वरुण सिंगला की जगह तैनात  किये गए नरेंद्र बिजारणिया भारतीय पुलिस सेवा के 2015 बैच के  हरियाणा कैडर के ही अधिकारी हैं . आईपीएस नरेंद्र बिजारणिया हरियाणा पुलिस की अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ( कानून एव व्यवस्था )  ममता सिंह के विशेष कर्तव्य अधिकारी ( ओएसडी – osd ) हैं जो नूंह में हिंसा भड़कने पर हालात सँभालने में उनकी सहायता के लिए तैनात रहे .

आईपीएस नरेंद्र बिजारणिया

वरुण सिंगला  से दो बैच सीनियर और अनुभवी आईपीएस अधिकारी  नरेंद्र बिजारणिया नूंह के भूगोल और चरित्र  से पहले से ही वाकिफ हैं. वह फरवरी 2020 से अक्टूबर 2021 तक यहां के एसपी रहे हैं .  बिजारणिया मूल रूप से हरियाणा के निकटवर्ती राज्य  राजस्थान के सीकर जिले के रहने वाले हैं और किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं . उन्होंने जयपुर स्थित मालवीय नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (MNIT) इंजीनियरिंग की थी . पुलिस में आने  से  पहले 2011 से 2014 तक  उन्होंने सेंट्रल एक्साइज एंड कस्टम डिपार्टमेंट में भी  सेवा की है . इसके बाद  2015 में संघ लोक सेवा आयोग (  UPSC ) की सिविल सेवा परीक्षा पास कर वो आईपीएस अधिकारी बने .

नूंह की हिंसा :
नूंह की हिंसा में 6 लोगों की जान जा चुकी है . मृतकों में होमगार्ड के दो जवान भी हैं . अब तक 100 से ज्यादा एफ आई आर दर्ज की गई हैं और 200 से ज्यादा लोग गिरफ्तार किये गए हैं . यह हिंसा 31 जुलाई 2023 को तब भड़की थी जब विश्व हिन्दू परिषद् और बजरंग दल की भगवा रैली निकल रही थी . ये लोग असंख्य वाहनों पर सवार थे और नारेबाजी कर रहे थे. एक पक्ष तो यह कि उन पर मुस्लिम पक्ष के शरारती तत्वों ने पथराव किया. इसके बाद वाहनों में आग लगाई गई . यह वीडियो वायरल हो गया था हालांकि मुस्लिम पक्ष की हिमायत करने वाले समाचारों और वीडियोज में कहा गया है रैली में शामिल लोग उत्तेजनात्मक नारेबाजी कर रहे थे. नूंह में कर्फ्यू लगा दिया गया है . इस घटना की प्रतिक्रिया में देश के कुछ और हिस्सों में भी तनाव को देखते हुए विशेष सुरक्षा बन्दोबस्त किये गए हैं .

नूंह में आगजनी और हिंसा