घरों से बाहर कामकाज या सार्वजनिक जगह पर महिलाओं की सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम जितने जरूरी हैं, उतना ही ज़रूरी है इस बन्दोबस्त में महिलाओं की ही भागीदारी सुनिश्चित करना. ऐसे उपाय महिलाओं में उस व्यवस्था और सिस्टम के प्रति रुचि और भरोसा बढाते हैं. इसके साथ ही उनमें आत्मविश्वास बढाने में भी मदद मिलती है.
कुछ ऐसी ही कोशिश दिल्ली और खासतौर से उत्तरी दिल्ली में की गई है. ये वो क्षेत्र है जहां दिल्ली विश्वविद्यालय का मेन कैम्पस तो है ही, अन्य शिक्षण संस्थान, विधान सभा भवन, ज़िला अदालत, अंतर्राज्यीय बस अड्डा जैसी भीड़-भाड़ वाली ऐसी जगह भी हैं जहां महिलाओं का आना जाना खूब होता है. पुलिस व्यवस्था में गश्त और नाकेबंदी में यहाँ महिला पुलिसकर्मियों को न सिर्फ तैनात किया गया है बल्कि वे महिलाओं से समस्याएँ जानने और उन्हें सुझाव, उपाय और उन्हें हल करने के तरीकों में भी मदद करती हैं.
दिल्ली पुलिस के उत्तरी जिले के उपायुक्त ने कुछ ऐसी ही गाइडलाइन जारी की हैं जिन्हें रक्षक न्यूज़ प्रकाशित कर रहा है.