‘ जय भवानी , जय भवानी ‘ की ललकार और ‘ एक दो तीन चार – दिल्ली पुलिस की जय जयकार ‘ का जोशीला उद्घोष करते बिजली की माफिक रफ्तार से मार्च पास्ट करता दिल्ली पुलिस का महिला मार्चिग दस्ता इस बार गणतंत्र दिवस परेड में अपनी ख़ास छाप छोड़कर जाएगा. परम्परागत खाकी और सुनहरे मेल से सजी पोशाक और सिरों पर सजा तुर्रे वाला इनका लाल साफा ज़बरदस्त तरीके से प्रभावित कर रहा था. आत्म विश्वास से लबरेज़ दिल्ली पुलिस की इन महिलाओं की, शानदार कदमताल ( march past ) करते हुए , कर्तव्यपथ पर चल रही टुकड़ी से आगे चल रहा महिला पुलिसकर्मियों का पाइप बैंड और ब्रास बैंड स्वरलहरियों से पूरे माहौल में और भी जोश भर रहा था.
गणतंत्र दिवस परेड 2024 की फुल ड्रेस रिहर्सल में इनको पहली झलक से ही लगातार देखते रहने का मन कर रहा था. जब तक यह टुकड़ी आखों से ओझल नहीं हुई तब तक कर्तव्यपथ पर जमा लोग इन्हीं को देख रहे थे. यूं तो दिल्ली पुलिस का मार्चिंग दस्ता पहले भी कई बार गणतंत्र दिवस परेड ( republic day parade ) में अपनी ख़ास पहचान बना चुका है लेकिन इस बार यह बिलकुल अनूठा है . एक दो नहीं कई कारणों से दिल्ली पुलिस की यह मार्चिंग टुकड़ी लम्बे समय तक याद रहेगी.
कडाके की सर्दी और घने कोहरे के बीच उत्साह को कायम रखते हुए निरंतर मार्च पास्ट करना अत्यधिक मेहनत का ही नहीं जिस्मानी और ज़हनी ताकत का भी नतीजा होता है . लेकिन इस शानदार उपलब्धि के सबके पीछे एक ख़ास शख्सियत का ज़बरदस्त योगदान है . वह हैं दिल्ली पुलिस के इंस्पेक्टर बिशन ठाकुर जो 36 वर्षों से दिल्ली पुलिस की परेड प्रशिक्षण की कमान संभाले हुए है. गणतंत्र दिवस परेड के लिए उनका प्रशिक्षित किया गया यह आखिरी दस्ता होगा क्योंकि इंस्पेक्टर बिशन ठाकुर ( insp bishan thakur ) इसी साल रिटायर होने वाले हैं .
कई बार पहले भी सर्वश्रेष्ठ मार्चिग टुकड़ी की ट्रॉफी जीत चुकी दिल्ली पुलिस की कोशिश है कि इस बार उसका महिला दस्ता परेड में प्रथम आ कर इतिहास रचे . यह इंस्पेक्टर बिशन दास ठाकुर के लिए भी बड़े गर्व की बात होगी . जो 36 वर्षों से दिल्ली पुलिस की परेड प्रशिक्षण की कमान संभाले हुए है इस वर्ष यह उनके द्वारा प्रशिक्षित अंतिम परेड दस्ता होगा
यही नहीं , ख़ास बात यह भी है कि इसी साल दिल्ली पुलिस ( delhi police ) का नव निर्मित महिला पाइप बैंड और ब्रास बैंड भी गणतंत्र दिवस परेड में शामिल हो रहा है जिसका जिसका नेतृत्व सिपाही रुयांगुनुओ केनेसे कर रही है. यही नहीं बैंड के आगे गाइड के तौर पर चलने वाली सब इंस्पेक्टर 57 वर्षीय किरण सेठी हैं जो सबसे भारी वाद्ययंत्र थामेंगी.